सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर न रूकने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों- कर्मचारियों की होगी रैण्डम चेकिंग, नदारद मिले तो होगी कठोर कार्यवाही-डीएम
गोण्डा ! स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बरतने व मनमानी करने वाले स्वास्थ्य कर्मी अब डीएम के निशाने पर आ गए हैं। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में डीएम मार्कण्डेय शाही ने स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य विभाग केे अधिकारियों-कर्मचारियों को स्पष्ट चेतावनी दी है वे अपनी कार्य प्रणाली सुधार लें तथा स्वास्थ्य सुविधाएँ ठीक प्रकार से जनसामान्य को मिलें, यह सुनिश्चित करें, अन्यथा कड़ी कार्यवाही के लिए तैयार रहें। आर0सी0एच0 पोर्टल पर फीडिंग न होने पर इटियाथोक, बभनजोत, मनकापुर, काजीदेवर तथा वजीरगंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी, स्वास्थ्य कार्यक्रमों की जानकारी न दे पाने पर प्रभारी चिकित्साधिकारी कटरा बाजार को चेतावनी तथा स्वास्थ्य कार्यक्रमों में सबसे खराब स्थिति पर प्रभारी चिकित्साधिकारी काजीदेवर का तत्काल स्थानान्तरण करने तथा एएनसी में खराब प्रगति पर प्रभारी चिकित्साधिकारी इटियाथोक, मसकनवा, बभनजोत थ्ताा अरबन को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए दिए हैं।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्टेट रैंकिंग में जनपद की स्थिति खराब मिलने पर डीएम ने मीटिंग में ही प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा में संस्थागत प्रसव, एएनसी, निश्चय पोषण योजना, टीबी नोटीफिकेशन, डेथ आडिट्स, दवाओं की खरीद, जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभार्थियों को भुगतान की स्थिति, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना, राष्ट्रीय अन्धता निवारण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, ड्यूलिस्ट अपडेशन आदि में जनपद के ज्यादातर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों व जिला अस्पताल की स्थिति खराब पाई गई। जिस पर नाराज डीएम ने प्रभारी
चिकित्साधिकारियों को सीएचसी पर नियमित रूप से रूकने की चेतावनी दी है तथा कहा है कि वे अब सीएचसी पर प्रभारी चिकत्साधिकारियों की उपस्थिति का औचक निरीक्षण जनपद स्तरीय टीम से रात्रि में कराएंगें तथा सीएचसी व पीएचसी से गायब रहने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा समाप्ति की कार्यवाही होगी।
जिलाधिकारी ने प्रभारी चिकित्साधिकारियों द्वारा आशाओं का भुगतान न किए जाने पर गहरी नारजागी व्यक्त करते हुए बैठक में ही कड़ी फटकार लगाई तथा एक सप्ताह के अन्दर आशाओं का भुगतान शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराते हुुए रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि काम न करने वाली आशाओं को चिन्हांकित कर उनकी सेवाएं समाप्त करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। समीक्षा बैठक में ज्ञात हुआ कि संस्थागत प्रसव में इटियाथोक, मनकापुर, मसकनवा, नवाबगंज, रूपईडीह की स्थिति सबसे खराब पाई गई वहीं एचआईवी स्क्रीनिंग में बेलसर, मनकापुर, पण्डरीकृपाल, काजीदेवर तथा तरबगंज की प्रगति सबसे खराब रही। हाई रिस्क प्रेग्नेन्सी फाॅलोअप में बभनजोत, मनकापुर, मसककनवा, काजीदेवर तथा तरबगंज की प्रगति खराब रही।
जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभार्थियों के भुगतान में फिसड््डी इटियाथोक, परसपुर, रूपईडीह, तरबगंज तथा मुजेहना के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को डीएम ने कड़ी फटकार लगाते हुए कार्यवाही की चेतावनी दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वास्य योजनाओं में सुधार न करने वाले प्रभारी चिकित्साधिकारी अब कार्यवाही के लिए तैयार रहें।
इसके अलावा विभिन्न माध्यमों से प्राप्त हुई शिकायतों के बारे में डीएम ने कहा कि जनपद व ब्लाक स्तर के सभी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपनी-अपनी जिम्मेदारी के अनुसार काम शुरू कर दें अन्यथा उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
बैठक में सीएमओ डा0 अजय सिंह गौतम, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल डा0 घनश्याम सिंह, सीएमएस महिला अस्पताल डा0 ए0पी0 मिश्र, जिला समाज कल्याण अधिकारी मोतीलाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार, डीसीपीएम डा0 आर0पी0 सिंह, डीपीएम अमरनाथ, डीएमसी यूनीसेफ शेषनाथ सिंह, डीटीओ डा0 मलिक आलमगीर सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्साधिकारीगण उपस्थित रहे।