लखनउ/हरदोई । अभी कुछ ही दिन पूर्व कन्नौज के एक युवक द्वारा लोकभवन के सामने आत्मदाह किये जाने का मामला शांत भी नही हुआ था कि आज एक ही परिवार के पांच लोगों द्वारा सामूहिक रूप् से आत्मदाह करने के प्रयास का मामला सामने आ गया। बताया जा रहा है कि यह परिवार हरदोई का रहने वाला है।
लेखपाल द्वारा प्रताणित किये जाने पर कन्नौज के एक युवक ने पिछले दिनों राजधानी के लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था जिसमें वह बूरी तरह घायल भी हो गया था। इस घटना के चन्द दिनो बाद ही शुक्रवार को कुछ इसी तरह का मामला एक और सामने आ गया जिसमें एक पूरे परिवार ने ही लोकभवन को ही चुना अपने आत्मदाह के लिए। हालाकिं इस बार ये परिवार पुलिस की मुस्तैदी ने सभी को बचा लिया और थाने ले गये जंहंा से उनकी समस्याओ को सुनकर उसके निराकरण के प्रयास शुरू कर दिये गये है।
बताया जाता है कि हरदोई के ग्राम धन्नूपुरवा निवासी उमेश यादव का परिवार जिसमें राजाराम, वीरू यादव, उषा देवी तथा माया यादव ने लोकभवन के सामने इस लिए आत्मदाह की कोशिश की क्योकिं वह जिस घर मे ंरहते हैं उस पर कोई कब्जा करना कर उन्हें घर से बेघर करना चाहता है। की गयी शिकायत को कोई भी गम्भीरता से नही ले रहा जिससे उन्हें आत्मदाह के लिए विवष होना पडा।
थाना हजरतगंज प्रभारी श्यामबाबू शुक्ल का कहना है कि आत्मदाह करने वाले परिवार का कहना है कि वे जिस मकान में पिछले 40 वर्ष से रह रहे है उसे कामिनी वर्मा तथा उनके पति शिशिर वर्मा जबरन कब्जा करना चाहते है। जिस सम्बंध में कोतवाली हरदोई में शिकायत की गयी लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की। परिवार ने राजस्व विभाग पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वहां से भी किसी तरह की कोई कार्यवाही नही की जा रही। इतना ही नही अपनी परेशानी के लिए शिकायत करने पर आरोपी उन्हें लगातार जान माल की धमकी भी दे रहे हैं। स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से त्रस्त होकर उन्हें आत्मदाह के लिए विवश होना पड रहा है।
प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि हरदोई कोतवाली प्रभारी ेस वार्ता कर पूरे परिवार को आश्वस्त किया गया है कि उन्हें न्याय मिलेगा और आरोपियों के विरूद्व कार्यवाही की जायेगी।