पुलिस के फेर में फंसी पीड़िता, दर-दर लगा रही न्याय की गुहार
गोण्डा।कहते हैं पुलिस अपने पर आ जाय तो बड़े से बड़े मामले को चुटकियों में हल कर देती है पर यहाँ स्थित बिल्कुल उलट है। जिले की मनकापुर पुलिस अपने पर आते हुये पीड़िता व उसके परिजनों पर मुकदमा दर्ज करने के बाद उल्टा उसे सच साबित करने पर तुली है।खास बात टी यह है की पीड़िता व उसके परिजन साक्ष्यों के साथ न्याय के लिये बीस दिनों से अधिकारियों की परिक्रमा कर रहे है, लेकिन वहाँ से सिर्फ जांच कराने की बात कह टरका दिया जाता है लेकिन जांच है कि पूरी ही नहीं हो रही और पीड़िता के आंसू सारे सिस्टम पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
बताते चलें कि,मनकापुर कोतवाली क्षेत्र के दतौली चौकी स्थित देवरिया गाँव निवासी पीड़िता ललिता देवी के मुताबिक बीते 21 जनवरी को कक्षा आठ में पढ़ने वाला उसका 12 वर्षीय पुत्र अतुल मुरली देवरिया स्थित अपने विद्यालय में अपना राशन लेने गया था,जिसे वहाँ मौजूद दबंग शिक्षा मित्र अजय उपाध्याय ने कहा तेरा नाम कट गया है तुझे कुछ नहीं मिलेगा। यह सुनकर छात्र ने कहा मेरा नाम कौन काट सकता है ,इस पर आग बबूला होते हुये उसने छात्र को पीट दिया व उसकी सायकिल जबरन अपने पास रख लिया।इसकी जानकारी जब उसने
अपनी माँ को बताई तो वह इसकी शिकायत ले कर विद्यालय गई, जिसपर शिक्षा मित्र से उसकी सायकिल न देने व उसको पीटने को लेकर बहस हो गई। इस पर गुस्से में आकर शिक्षा मित्र ने शिक्षक की मर्यादा तार-तार कर उससे गुत्थमगुत्था हो गया।
उसके बाद शुरू हो गया मनकापुर पुलिस का खेल,जिसके तहत उल्टा एक दिन के लिये दतौली चौकी प्रभारी राकेश ओझा से मिलीभगत भगत कर शिक्षा मित्र ने एफ आई आर दर्ज करा दिया तथा पीड़िता के जेठ को रात भर हवालात में बंद कर दूसरे दिन चालान कर दिया। खुद पिटने के बाद अपने ही ऊपर पुलिस की कार्रवाई से आहत पीड़िता ने इसकी फरियाद कोतवाल से लेकर तहसील दिवस व मुख्यमंत्री पोर्टल पर करने के बावजूद वह अब तक न्याय के लिये दर-दर की ठोकरें खा रही है ,वहीं पुलिस पर आरोप है कि,अपनी जांच आख्या में जो वहाँ नहीं थे बगैर जांच किये दूसरे लोगों को गवाह बना उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर देती है।जिसके कारण न्याय उसे नहीं मिल पा रहा।
जब इस प्रकरण के बावत विद्यालय इंचार्ज संतोष कुमार तिवारी से जानकारी चाही गयी तो उन्होंने शिक्षा मित्र के सामने ही बताया कि,उसके हिस्से का राशन अतुल विद्यालय में लेने आया था ,जिस पर शिक्षा मित्र अजय उसे मना किया ,जिस पर बहस के उपरान्त शिक्षा मित्र ने छात्र की सायकिल रखवा ली,जब इहकी सूचना उसकी माँ को हुई तो वह शिकायत करने आई,इस पर महिला के साथ शिक्षा मित्र गुत्थमगुत्था हो गये।बहरहाल शिक्षक ने अपनी गरिमा को तार किया ही इसके बाद रही सही कसर मनकापुर पुलिस ने पूरी कर दी।जिसमें पीड़ित पक्ष को न्याय के बजाय हवालात में बंद कर मुकदमा पंजीकृत कर दिया।बहरहाल पीड़िता के मुताबिक वह सारे सबूतों के साथ अन्य बड़े अधिकारियों के पास जाकर न्याय की गुहार लगायेगी।