दो टुकडों मे कर डाला था बेटी का शव, घर मे रखा था तीन दिन तक छिपा कर
देहरादूर (उत्तराखंड)। प्रदेश ही नही पूरे देश में चर्चा में रही इस घटना पर आखिर तीन वर्ष बाद न्यायालय का फैसला आ ही गया, न्यायालय ने इस चर्चित ओर जघन्य हत्याकांड में आरोपी मां को उम्र कैद की सजा सुनाई हैं। मामले मे ंमां ने अपनी युवा बेटी की हत्या कर उसका शव दो टुकडों मं काट डाला था। इतना ही नही पुलिस को गुमराह करने के लिए शव को घर में ही छिपाकर गुमशुदगी का मामला भी दर्ज करा दिया था।
प्रकरण विगत वर्ष 2018 का है। फरवरी में घटी इस दुर्दान्त घटना की बात करें तो राजधानी के अंसारी मार्ग पर रहने वाली मीनू कौर ने अपनी 24 वर्षीय युवा बेटी प्राप्ति सिंह की हत्या कर उसके शव को दो टुकडो में कर डाला था इतना ही नही पुलिस को चकमा देने के लिए शव को घर में ही छुपाकर गुमशुदगी का मामला दर्ज करा दिया था। जब पुलिस को इस बात की जानकारी मिली कि प्राप्ति मीनू की सगी नही बल्कि सौतेली बेेटी थी और उनमें अक्सर किसी न किसी बात पर विवाद होता रहता था तो उनका शक मीनू की ओर गया और पुलिस ने जब सख्ती दिखाई तो ढीठ मीनू ने सब कुछ खोल कर रख दिया था।
बताया जाता है कि पहले तो मीनू ने अपनी बेटी की हत्या की फिर उसका शव छिपाकर पुलिस को यह बताया कि उसने सात फरवरी को प्राप्ति को दिल्ली जाने वाली बस मे ंबिठा दिया था। उसने पुलिस केा यह भी बताया कि बस में बैठाने के बाद उससे दो बार बात हुयी लेकिन उसके बाद प्राप्ति का कुछ पता नही चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जब छानबीन शुरू की तो मिली जानकारी पर खुद मीनू शक के दायरे मे ंआ गयी।
मामले पर तीन वर्ष बाद फैसला देते हुए शूक्रवार को एडीजे गुरूबख्श ंिसहं की अदालत ने मीनू केा उम्र कैद की सजा सुनाई।
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