वरासत दर्ज करने के एवज मे ंमांगे थे 15000
लखनउं। अब इसे योगी सरकार की लापरवाही कहें या फिर भ्रष्ट अधिकारियों कर्मचारियों की दुष्टता, उन्हें रिश्वत की लगी लत उतरने का नाम ही नही ले रही जबकि प्रदेश के कई जिलों में इधर कुछ समय मे ंही लेखपालो ंसहित कई अन्य कर्मचारियों को रिश्वतखोरी के इल्जाम में सजा भी मिल चुूकी हैं। कुछ इसी तरह का एक मामला तब प्रकाश मे आया जब सरोजनी नगर तहसील मे ंकार्यरत एक लेखपाल को एन्टी करप्शन टीम ने अपनी हिरासत मे ंलिया।
बताया जाता है कि लेखपाल रमेश कुमार प्रजापति ने रामचैरा गावं के संतराम साहू से उसकी वरासत दर्ज कराने के एवज मे ं15000 रूप्ये की मांग रखी थी जिस पर उसने पैसा न देकर एन्टी करप्शन की टीम से सम्पर्क किया जिस पर एन्टी करप्शन की टीम ने मंगलवार को लेखपाल रमेश प्रजापति को 5000 रूप्ये की घूस लेते हुए रंगे हाथो ंगिरफतार कर लिया।