सेवा प्रबध्ंाक एसपी सिंह भी आये चपेटे में, गिनीज बुक मे ंदर्ज हो चुका है नाम
लखनउ। मानकों को दरकिनार कर मनमाने ढंग से विभाग का डीजल खर्च करने को लेकर उत्तर प्रदेश राज्य सडक परिवहन के कई बडे अधिकारियो को विभाग ने नोटिस भेज कर उनके रिकवरी की तैयारी की है। खास बात तो यह है कि इस घोटाले में प्रयागराज कुम्भ मेला में स्पेशल सेवा प्रबध्ंाक के रूप् मे ंअपनी सेवाये देकर गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करा चुके एसपी सिह का नाम भी आ रहा है।
ऐसे हुआ घोटाले का खुलासा
विभाग में बसों के संचालन हेतु मिलने वाले डीजल का घोटाला उस समय प्रकाश मे आया जब लखनउ परिक्षेत्र के राजबरेली मे ंसहायक क्षेत्रीय प्रबंधक पद पर तैनात रहे कैलाश राम जो कि वर्तमान में मुख्यालय से सम्बद्व है के कार्यालय का आडिट कराया गया। आडिट मे ंइस बात का खुलासा हुआ कि रायबरेली मे ंतैनाती के समय डीजल खपत मे ंभारी अनियमितता की गयी हैं। एक डिपों में इस तरह की गडबडी मिलने पर तत्कालीन प्रबंध निदेशक राजशेखर ने अन्य सभी परिक्षेत्रों में इसी तरह की आडिट करायी तो अन्य कई जगहों पर भी इस तरह के घोटालो को पर्दाफाश हुआ।
इस मामले पर अब तक गोरखपुर के प्रधान प्रबंधक डीवी सिंह, गोरखपुर के ही तैनात रहे सेवा प्रबधक संतोष कुमार जो कि वर्तमान में वाराणसी में तैनात है, वाराणसी मे ंपूर्व में तैनात रहे वर्तमान में गोरखपुर मे तैनात क्षेत्रीयप्रबध्ंाक पी के तिवारी, संुग्रीव राय, नीरज सक्सेना, पी के बोस, सत्यनारायण, एसपी सिंह प्रमुख रूप् से हैं जिन्हें रिकवरी की नोटिस भेजी गयी है। खास बात तो यह है कि नोटिस मिलने वाले मे ंवह अधिकारी एसपी सिंह भी शामिल है जिनका नाम प्रयागराज कुम्भ के दौरान सराहनीय कार्य के लिए गिनीज बुक आफ रिकार्ड में भी शामिल किया जा चुका है। उन्हें इसके लिए प्रशस्ति पत्र देकर मेला प्राधिकरण द्वारा सम्मानित भी किया गया था।
प्रकरण पर जानकारी देते हुए रोडवेज के महाप्रबधक वित्त एमवी नाटू ने बताया कि इस मामले में 17 क्षेत्रीय प्रबध्ंाक, 17 सेवा प्रबध्ंाक सहित कई सहायक क्षेत्रीय प्रबध्ंाक तथा प्रबंधक शामिल है, इन सभी को नोटिस जारी कर दिया गया है ये नोटिस आडिट रिपोर्ट आने के बार प्रषासन स्तर से भेजा गया है।