जगतियाल (तेलंगाना)। अब इसे तेलंगाना पुलिस की लापरवाही कहें या फिर अपने काम के प्रति पूर्ण समर्पण, यहां की पुलिस कभी अवैध मुर्गो की लडाई में बरामद मुर्गो को ही हवालात की हवा खिलाती है तो कही इसी तरह के मुर्गो की लडाई में एक व्यक्ति की हत्या हो जाने पर मुर्गे केा ही आरापी बना मुजरिम बना देती है।
वर्तमान घटना जगतियाल के प्रसिद्व मन्दिर येलम्मा मन्दिर से जुडा है, जहां सोमवार को मुर्गो की लडाई का अवैध खेल चल रहा था जिस पर पूरे तेलंगाना में प्रतिबध्ंा लगा हुआ है। बताया जाता है इसी खेल के दोरान एक मुर्गे के पैर मे ंबघे चाकू से एक व्यक्ति की मौत हो गयी। जिसके बाद पुलिस ने उस मुर्गे को गिरफतार कर लिया। बताया जाता है मुर्गे के पैर में बधे चाकू से उसे कुछ परेशानी हो रही थी जिससे जिस कारण वह छटपटाने लगा ओर इसी बीच उसका चाकू पास ही बैठे 45 वर्षीय थानुगुला सतीश को जा लगा जिससे उसकी अस्पताल में चिकित्सा के दौरान मौत हो गयी।
मामले की जानकारी पुलिस को होने पर उसने मुर्गे पर ही हत्या का आरोप लगा उसे हवालात में डाल दिया।
कुछ इसी तरह की घटना लगभग तीन हफते पहले भी सामने आयी थी जब मुर्गे की अवैध लडाई के समय कब्जे में लिए गये मुर्गे केा भी पुलिस ने हवालात में डाल दिया था और उसकी दावेदारी न होने केे कारण पुलिस न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रही थी। और अब वर्तमान घटना मे ंभी पुलिस ने मुर्गे केा ही हत्यारोपी बना अपनी गिरफत में लेकर शायद अपनी कर्तव्यनिष्ठा को साबित करने का प्रयास किया है या फिर अपनी अदूररर्शिता को दिखाया है। यह सोचने का विषय है।