सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने की मानवाधिकार आयोग से शिकायत
एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने गोल्डन ब्लड से जुड़े अलमास खान, मो० इमरान तथा मो० इलियास को अवैध खून व्यापर मामले में फर्जी फंसाने के आरोपों के सम्बन्ध में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत की है.
अपनी शिकायत में नूतन ने कहा कि अलमास खान द्वारा उन्हें दी गयी जानकारी के अनुसार वास्तविक घटना यह है कि अलमास और उनके दो साथियों ने 27 फ़रवरी 2021 को खून का अवैध व्यापार करने वाले दो व्यक्तियों को पकड़ कर थाना कोतवाली नगर के सुपुर्द किया. इसके बाद
28 फ़रवरी को इंस्पेक्टर, कोतवाली नगर ने अलमास को फोन कर इस मामले में प्रार्थनापत्र देने कि कहा ताकि मुक़दमा दर्ज किया जा सके. अलमास एवं उनके साथी शाम करीब साढ़े पांच बजे थाने गए, जहाँ सिटी मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी भी आयीं, जिसके बाद इन तीनों को लॉकअप में डाल दिया गया.
अलमास के अनुसार वे 28 फ़रवरी तथा 01 मार्च को थाने में बंद रहे और इसी बीच 01 मार्च 2021 को ओमप्रकाश, औषधि निरीक्षक, बलरामपुर द्वारा एक फर्जी मुक़दमा दर्ज कराया गया कि उन्होंने अलमास एवं साथियों को 01 मार्च को लगभग दो बजे सतीश चन्द्र मेमोरियल ब्लड बैंक के पास कहासुनी करते देखा. अल्मास के अनुसार उनके पास इन आरोपों को प्रमाणित करने के लिए कई विश्वसनीय सबूत हैं.
नूतन ने इन तथ्यों के आधार पर आयोग को अपने स्तर से जाँच कराते हुए विधिक कार्यवाही कराये जाने की मांग की है.