(गरिमा त्रिवेदी)
होलाष्टक इस बार 22 मार्च से शुरू हो रहा है। कुछ मायनो में जहाँ खराब माना जाता है वही ये दिन कुछ उपाय के लिहाज से बेहद ही विशेष है। पूजन का इन दिनों बहुत ही खास महत्व होता है। होलास्तक की भ्रांतियों को दूरकर कुछ ऐसे कारगर उपाय से अवगत कराते हैं जिनके बारे में ज्योतिषचार्य विशषज्ञों का मानना है कि इनको अपनने से आप अपने जीवन मे बहुत सकरात्मक बदलाव ला सकते हैं। आइए जानते है।
1 शरीर में कोई असाध्य रोग हो जिसका उपचार के बाद भी लाभ नहीं हो रहा हो तो रोगी भगवान शिव का पूजन करें। योग्य वैदिक ब्राह्मण द्वारा महामृत्युंजय मंत्र का अनुष्ठान प्रारम्भ करवाएं,बाद में गूगल से हवन करें।
2 लड्डू गोपाल का पूजन कर संतान गोपाल मंत्र का जाप या गोपाल सहस्त्र नाम पाठ करवा कर अंत में शुद्ध घी व मिश्री से हवन करें त ो शीघ्र संतान प्राप्ति होती है।
- लक्ष्मी प्राप्ति व ऋण मुक्ति हेतु श्रीसूक्त व मंगल ऋण मोचन स्त्रोत का पाठ करवाएं।
4 कमल गट्टे,साबूदाने की खीर से हवन करें।
5 इस अवधि में मनुष्य को अधिक से अधिक भगवत भजन,जप,तप,स्वाध्याय व वैदिक अनुष्ठान करना चाहिए। ताकि समस्त कष्ट, विघ्न व संतापों का क्षय हो सके।
6 विजय प्राप्ति हेतु-आदित्यहृदय स्त्रोत,सुंदरकांड का पाठ या बगलामुखी मंत्र का जाप करें।
7 अपार धन-संपदा के लिए गुड़,कनेर के पुष्प, हल्दी की गांठ व पीली सरसों से हवन करें।
8 परिवार की समृद्धि हेतु-रामरक्षास्तोत्र ,हनुमान चालीसा व विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
9 करियर में चमकदार सफलता के लिए जौ, तिल व शकर से हवन करें।
10 कन्या के विवाह हेतु-कात्यायनी मंत्रों का इन दिनों जाप करें।
11 सौभाग्य की प्राप्ति के लिए चावल,घी, केसर से हवन करें।
12 बच्चों का पढाई में मन नहीं लग रहा है तो गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें। मोदक व दूर्वा से हवन करें।