भोपाल (मध्यप्रदेश)। पूरे विश्व में भारत को एक अलग पहचान दिलाने वाले शास्त्रीय संगीत पर भी यौन शोषण की कालिख लगने लगी है। हेरानी की बात तो यह है कि इसकी शुरूआत धू्रपद संगीत की दुनिया में जाने माने नाम गुदेंचा बन्धुओं से हुयी है। ज्यादा हैरानी की बात तो यह है कि जिन गुरूओं पर यह आरोप लगाये गये है उनमे ंसे एक की मृत्यू लगभग दो वर्ष पूर्व हो चुकी है। और दो भाईयों को उनके योगदान के लिए पद्यश्री से भी नवाजा जा चुका है।
भोपाल के बाहरी क्षेत्र में स्थापित धु्रपद संस्थान को संचालित करने वाल गुदेचंा बन्धु रमाकांत, उमाकांत तथा अखिलेश गुंदेचा पर उन्ही के संस्थान मे ंसंगीत की शिक्षा प्राप्त करने वाली एक युवती ने लगाया हैं। युवती का कहना है कि संस्थान में शिक्षा प्राप्त करने के दौरान उसे साथ बलात्कार किया गया। यहां यह भी बताना आवश्यक है िकइस तरह के आरोप गुंदेचा बन्धुओ ंपर कोई पहली बार नही लगाये गये है इससे पहले भी उन्ही के संस्थान की छात्राओ ंने इन सभी पर यौन शोषण के साथ साथ बलात्कार के आरोप लगाये है परन्तु सभी बार इन आरोपों को नकार दिया गया है।
इन तीनों संगीत गुरूओं में से सबसे बडे और प्रमुख गुरू रमाकांत गुदेचा का वर्ष 2019 में निधन भी हो चुका है लेकिन उन पर भी छेडछाड तथा बलात्कार के भी आरोप लग चुके हेंै। एक छात्रा ने उन पर अश्लील व्हाटएप्प करने तथा शोषण के साथ बलात्कार का भी आरोप लगाया था।
इसी तरह अखिलेष गुंदेचा तथा उमाकांत गुदेचा भी भी यौन शोषण के साथ साथ बलात्कार के भी आरोप कई छात्राओ ंने लगाया है। हालाकि गुदेचा बन्धुओं के एडवोकेट ने इन सभी आरोपों को पहले की तरह सिरे से नकारते हुए उल्टे पीडितो पर ही आरोप लगाते हुए कहा है कि ये सभी आरोप पूरी तरह झूठे और गढे हुए है। उन्होनें यह भी कहा कि यह आरोप मात्र इसलिए लगाये जा रहे है कि किसी भी तरह गुंदेचा बन्घुओं को बदनाम कर घु्रपद संस्थान की प्रतिष्ठा और कला को हानि पहुचाया जा सके।