सोलन (हिमाचल प्रदेश)। बुखार से पीडित परिवार द्वारा पपीते का काढा बनाकर पीने से परिवार के दो बच्चों की मौत की जानकारी मिल रही है जबकि एक बच्चे की हालत गम्भीर बतायी जा रही है।
बताया जा रहा है पीडित परिवार उत्तर प्रदेश के बदायू जिले के रहने वाला एक मजदूर परिवार नालागढ मे ंरहकर मजदूर करता हैं। परिवार के तीन बच्चेे पिछले कुछ दिनो ंसे बुखार से पीडित चल रहे थे। बच्चो ंने यूटयूब पर एक नुस्खा देखा ओर उसके अनुसार पपीते के पत्तों का ेकाढा बनाकर उसे पी लिया। काढा पीते ही दस वर्ष की शिवानी, 14 वर्षीय खुशबू तथा 18 वर्ष के सचिन की तबीयत खराब हो गयी। आनन फाानन मे ंकिसी तरह उन्हें अस्पताल ले जाने की तैयारी की गयी। बताया जाता है अस्पताल के रास्तें में ही दस वर्ष की शिवानी की मौत हो गयी जबकि खुशबू ओर सचिन को पीजीआई रिफर कर दिया गया जहां सचिन की मौत हो गयी जबकि ,खुशबू पीजीआई में मौत ओर जिन्दगी की जंग लड रही है।
मामले पर नालागढ के बीएमओ के डी जस्सल का कहना है कि पपीते के काढे से मौत होना असंभव है। चूकि यह पूरा क्षेत्र औघौगिक है जिसके चलते पत्तो पर जहरीले रसायन हो सकते है। संभव है पत्तो को बिना अच्छी तरह से धोये ही काढा बना लिया गया हो जिसके कारण यह घटना घटी हो।