कानपुर। विदेशों में नौकरी कर लाखों कमाने के लालचियों को अपने झासे में लेकर खाडी के देशों में बेचने का काम करने वाले मानव तस्करों को क्राइम ब्रान्च ने अपनी हिरासत मे ंलेकर एक बडा खुलासा किया है। अपने मालिकों द्वारा अपनी शारिरिक औ मानसिक प्रताणना से तंग आयी महिला ने जब अपने परिजनेां से सम्पर्क किया तब मामले का पता चला।
जानकारी के मुताबिक जिले के कर्नलगंज निवासी एक चालीस वर्षीय महिला को अतीकउर्र रहमान और मुजम्मिल नाम के दो शख्स ने खाडी के देश ओमान के एक हास्पिटल में नौकरी का झासा दिया और उसे वहा लेजाकर बेच दिया। बताया जा रहा है कि वहा पर उस महिला के साथ उसके मालिकों द्वारा उसका शारिरिक शोषण और मानसिक उत्पीडन किया जाने लगा, तंग आकर उसने अपने परिजनो से अपनी आपबीती सुनाई जिस पर परिजनों ने आरापियों से सम्पर्क कर महिला केा वापस बुलाने की बात की जिस पर आरापियों ने परिजनो ंसे 22 हजार रूप्ये की मांग की जिसे परिजनो ंने पूरी कर जल्द से जल्द महिला को वापस बुलाने को कहा।
कुछ दिनो ंतक जब महिला वापस नही आयी तो परिजनो नंे फिर से आरापियों से बात की जिस पर आरोपियोें ने इस बार एक लाख रूप्ये की मांग रखी। जिस पर आक्रोशित परिजन पुलिस के पास पहुचें और सारी दास्तान कह सुनाई। लेकिन कहा जा रहा है पुलिस के पास मामला पहुचने के बाद भी पुलिस ने कोई सक्रियता नही दिखाई और परिजन भटकते रहे।
पिछले दिनो जब कानपुर मे कमिश्नर सिस्टम लागू हुुआ तब मामला उच्चधिकारियों तक पहुचां और तब जाकर मामला दर्ज किया गया जिस पर क्राइम बं्रांच ने कार्यवाही करते हुए दोनों आरापियों को अपनी गिरफत में लिया। पुलिस का कहना है कि यह कोई पहला मामला नही है इससे पहले भी आरोपियो ंने भारत ही नही पडोसी देशों के लोगों को भी खाडी के देशों मे ंबेचने का काम किया है। आरापियों से जुडे अन्य गिरोहों की भी जांच की जा रही है साथ ही विदेशों मे फंसी इस तरह की महिलाओं को भी वापस लाने के प्रयास किये जा रहे है।