बलसाड (गुजरात)। जहां एक तरफ पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर के कहर से जूझ रहा है वही दूसरी ओर धरती के भगवान का दर्जा पाये डाक्टर भी मरीजों और तीमारदारो को प्रताणित करने का कोई मौका नही छोड रहे। ताजी घटना में कोरोना मरीज की मौत होने पर बिल का भुगतान करने में असमर्थता जाहिर करने पर अस्पताल ने पहले तो मरीज की गाडी को बधंक बना लिया और जब मामले मे ंपुलिस ने हस्तक्षेप किया तो किसी तरह वाहन को वापस किया।
घटना गुंजरात के बलसाड स्थित एक निजी चिकित्सालय का है। मिल रही जानकारी के अनुसार विगत 13 अपै्रल को अस्पताल में एक कोरोना मरीज की मौत हो गयी थी। परिजनों से बिल भुगतान करने को कहा गया, जब परिजन बिल का भुगतान करने में असमर्थ रहे तो अस्पताल ने परिजनो के वाहन को ही बंधक बना लिया। मरीज को ठीक कराने की जददोजहद मे ंपरिवार के पास पैसे समाप्त हो गये थे उनके पास मात्र उनकी कार ही बची थी जिसे भी अस्पताल ने निर्दयता दिखाते हुए शव के बदले बंधक बना लिया।
अस्पताल की इस इन्सानियत को शर्मसार करने वाली करतूत पर जब परिवार पुलिस के पास पहुचा तो पुलिस ने प्रयास कर परिजनो ंकी गाडी उन्हे वापस दिला दी।