परिजनों के हंगामे के बाद पुलिस ने किया मामला दर्ज
लखनउ। कोरेाना काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिये नारे आपदा मे ंअवसर को यहा के कुछ चिक्तिसाकर्मी चरितार्थ करते नजर आ रहे है। मिल रही जानकारी के अनुसार राजधानी के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती मरीज की मौत होने पर उसके शरीर के आभूषणो को वहां के कर्मियों ने पार कर दिया। परिजनो को पहले तो टरकाया गया लेकिन जब मामला सोशल मीडिया की सुर्खी बना तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
घटना राजधानी के फैजाबाद रोड स्थित शिवा हास्पिटल एंवं ट्ामा सेन्टर का हैं। मिल रही जानकारी के अनुसार विगत 17 अपै्रल को हजरतगंज के प्रागराज रोड निवासी आकाश ने अपने पिता को यहा भर्ती कराया था जहां मंगलवार को उनकी मृत्यू हो गयी। आकाश जब अपने पिता का शव घर ले जाने को तैयार हुआ तो पता चला कि पिता के गले मे ंपडी सोने की चेन तथा एक अगूंठी गायब है। आकाश ने जब इस विषय पर अस्पताल प्रशासन से पूछा तो वहां से सीधा सा जवाब दे दिया गया कि उनके पिता ने कोई भी आभूषण नही पहन रखा था।
जब मामला तूल पकडने लगा तो प्रशासन ने इस बात को स्वीकार कर लिया कि उन्होनंेें आभूषण पहने हुए थे और कमिर्याे ने उसे निकाल लिया है लेकिन अस्पताल प्रशासन ने आभूषणों को वापस करने के बजाय रूप्ये देने की बात कही जिस पर आकाष ने पुलिस को मामले की सूचना दी। आरोप यह है कि मौके पर पहुची पुलिस भी दोषियों के पक्ष में बात करने लगी जिस पर आकाश ने पूरे मामले की जानकारी अपने परिचितो, दोस्तो केा देने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया तब जाकर पुलिस को अपनी कर्तव्य का बोध हुआ और उसने चिक्तिसाकर्मियों के विरूद्व मामला दर्ज किया।