बाडमेर (राजस्थान)। बेटियां अपने पिता से ज्यादा प्यार करती है इस बात से तो इन्कार नही ही किया जा सकता लेकिन कोई बेटी अपने पिता से इस कदर प्यार करती हो कि पिता की मौत पर चलती चिता में अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए छलांग ही लगा दे, ऐसा कभी देखा नही गया। फिलहाल लगभग 75 प्रतिशत जली बेटी का उपचार किया जा रहा है।
अपने आप में दिल को दहला देने वाली यह घटना कोरोना से मौत के मूहं में गये 75 वर्षीय दामोदरदास की बेटी के साथ घटी। बताया जा रहा है कि दामोदर दास की मौत् मगंलवार की सुबह हेा गयी थी। अस्पताल ने प्रोटोकाल के तहत कार्यवाही करने के उपरांत शव को दामोदर दास की बेटियों को सौंप दिया था। बताया जाता है कि दामोदर दास को कोइ्र बेटा नही था उनके मात्र तीन बेटियां ही थी।
घटना की जानकारी देते हुए सिटी पुलिस स्टेशन प्रभारी प्रेमप्रकाश ने बताया कि दामोदर दास के अतिंम संस्कार के दौरान उनकी सबसे छोटी बेटी ने शमशन घाट के अन्दर जाने की जिद की। चूकि उनके परिवार मे ंकेाई भी पुरूष परिजन नही था इसलिए बेटी केा अन्दर जाने की अनुमति दे दी गयी। बेटी जैसे ही चिता के पास पहुचीं वह बिना कुछ बोले जल रही चिता मे ंकूद गयी। प्रभारी प्रेमप्रकाश ने बताया 35 वर्ष की चन्द्रकला के इस तरह चिता में कूद जाने से वहां उपस्थित सभी लोग हक्के बक्के रह गये, पुलिस कर्मियों सहित वहा मौजूद लोगों ने किसी तरह चन्द्रकला को चिता से बाहर निकाला लेकिन तबतक वह काफी जल चुकी थी।
फिलहाल बुरी तरह घायल चन्द्रकला को अस्पताल पहुचाया गया है जहा डाक्टरो के मुताबिक वह लगभग 75 प्रतिशत चली है डाक्टरो ंन बताया कि उसे प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति को गम्भीर देखते हुए जोधपरु रिफर कर दिया गया है।