जिलाधिकारी को शक होने पर हुयी जाचं में यूनियम का महामंत्री ठग किया गया गिरफतार
दर्जनों जिलो ंके लोगोें को बनाया था अपनी ठगी का शिकार
सीतापुर। राज्य भंडारण निगम में श्रमिक के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर एक दो नही बल्कि पूरे 360 लोगों को ठगने वाले श्रमिक यूनियन के पदाधिकारी को पुलिस ने गिरफतार कर लिया। हैरानी करने वाली बात तो यह है कि इन पदो पर नियुक्ति का पत्र ठग ने अपर मुख्य सचिव के फर्जी हस्ताक्षर से जारी कर जिलाधिकारी को आदेश दे दिया था।
360 लोगों को एफसीआई मे ंश्रमिक के पद पर नियुक्ति करने की ठगी का बडा मामला सीतापुर जिले से सामने आया है। खास बात तो यह है कि इस बावत जिलाधिकारी को जो पत्र मिला उस पर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव के हस्ताक्षर भी है। पत्र की भाषा को लेकर जब जिलाधिकारी को कुछ शक हुआ तो उन्होनें पत्र की जाचं करने का आदेश दे दिया। जिलाधिकारी के आदेश पर हुयी जांच में मामले का फर्जीवाडा सामने आया जिस पर ठग को गिरफतार करने का आदेश जारी कर दिया गया।
ठग को गिरफतार करने के बाद जो जानकारी सामने आयी वह ओैर भी चैकाने वाला निकला, बताया जा रहा है कि ठग आल इन्डिया वेयर हाउसिंग कारपोरेशन इम्पलाइज युनियन का महामंत्री है जिस पर 20 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। मिल रही जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी को पत्र पर शक इस अधार पर हुआ कि पत्र मे ंपहले तो अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थाी, उपसचिव शिवा सिंह, अनुसचिव सहकारिता विभाग शैलेन्द्र कुमार सभी के हस्ताक्षर थे। इतना ही नही एफसीआई में इस तरह के किसी भी पद पर किसी तरह की कोई तैनाती ही नही होती है। मामले की जाचं एसपी द्वारा रामकोट पुलिस को सौपी गयी।
प्ुलिस ने अपनी तत्परता से आरोपी श्याम किशोर पाण्डेय केा रामकोट क्षेत्र मे हाइवे पर गिरफतार भी कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ मे ंअपना गुनाह स्वीकार भी कर लिया है। आरोपी को जेल भेजा जा रहा है।
मिल रही जानकारी के अनुसार ठग ने लखनउ के अतिरिक्त गोण्डा, बहराइच, लखीमपुर, देवरिया, बाराबंकी, बुूलंदशहर, मउ, इलाहाबाद, हरदोई, सहारनपुर, सहित अन्य कई जनपदो ंके लोगों को अपना शिकार बनाया था। ठग ने लोगों की हैसियत को देखते हुए उनसे पैसे वसूले थे। किसी से एक लाख तो किसी से पचास हजार की वसूली की थी।