बलरामपुर। एक तरफ जहंा प्रदेश सरकार कोरोना से मृत हुए लोगों की अतिंम संस्कार के लिए पांच हजार रूप्ये के अलावा अन्य सुविधाये प्रदान कर रही है वही कुछ लोगे इतने के बाद भी संभवतः सरकार केा बदनाम करने या फिर शव से आनन फाानन मे ंछुटकारा पाने की नीयत से शव को नदियों मे ंफेंक रहे है। शनिवार को इस मामले का वीडियो वायरल होने पर जिलें के प्रशासनिक अमलो में हडकंप मच गया। प्रशासन ने मामले की प्राथमिक जानकारी के बाद आरोपियों के विरूद्व महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
अब इसे लापरवाही कहें या फिर सरकार को बदनाम करने की नीयत, शुक्रवार को सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक व्यक्ति एक शव को जिले की राप्ती नदी मे ंफेक रहा है। शव को नदी में फेंक रहे व्यक्ति ने पीपीई किट भी पहन रखा है। वीडियो वायरल होने के बाद एडीएम ने मामले की जाचं सीएमओ को सौपी जिन्होने जाचोंपरान्त जानकारी देते हुए बताया कि शव जनपद सिद्वार्थनगर के शोहरतगढ निवासी प्रेमनाथ मिश्र का है जिनकों विगत 25 मई को सांस में परेशानी के चलते जिला संयुक्त चिक्तिसालय में भर्ती कराया गया था। प्रेमनाथ को उनके भतीजे संजय कुमार ने भर्ती कराया था।
उन्होेंने बताया कि इलाज के दौरान प्रेमनाथ की विगत 28 तारीख को मौत हो गयी, शव को कोरोना प्रोटोकाल के तहत 29 मई को संजयकुमार को सुपुर्द कर दिया गया। संजय कुूमार व उनके साथ आये व्यक्ति ने शव को राप्ती नदी मे ंपुल से फेंकर दिया जिसका वीडियो किसी ने बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है।
उन्होनें बताया कि संजय कुमार तथा उनके साथी के विरूद्व कोतवाली देहात मे महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। वही कोतवाल देहात विद्यासागर वर्मा ने बताया कि आरोपियों की तलाश जारी है।