गुरूग्राम (हरियाणा)। जिले से एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसने न लोगों का चैका दिया है वरन उन्हें बहुत कुछ सोचने को भी विवश कर दिया है। मामला दो यूवतियों की आपस मे रचाई गयी शादी अर्थात समलैंिगक शादी का है। खास बात तो यह है कि युवतियो के परिजन उन्हें मन्दिर से लेकर न्यायालय तक समझाते रहे लेकिन उन पर सवार प्यार का भूत उन्हें मानने से मना करता रहा।
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बताया जा रहा है कि यह शादी गुरूग्राम और झज्जर की युवतियो के बीच रचाई गयी है। शुक्रवार को हुये इस मामले मे एक युवती गुरूग्राम के पटौदी खंड के एक गाव की है तो दूसरी झज्जर की रहने वाली है। यह भी बताया जा रहा है कि पटौदी खंड के गाव की रहने वाली युवती एक निजी कम्पनी मे कार्यरत है। यह भी जानकारी मिल रही है कि इन युवतियो ंने यह शादी कोइ आनन फानन मे नही की है बल्कि ये पिछले सात वर्षो से एक दूसरे के सम्पर्क मे ंथी। दोनों ने शूक्रवार को सोहना के एक मन्दिर मे ंसात फेरे लिए। इस विवाह में झज्जर की युवती ने पति की तो पटौदी की रहने वाली युवती ने पत्नी की भूमिका निभाई।
इतना ही नही मन्दिर मे शादी करने के बाद दोनों ने अपनी शादी को पंजीकृत कराने के लिए कोर्ट का भी रूख किया। हैरानी की बात तो यह है कि दोनों के परिजन मन्दिर से लेकर कोर्ट तक उन्हें समझाते बुझाते रहे लेकिन उनके सिर से प्यार का भूत नही उतरा। उन दोनों ने मन्दिर मे एक साथ रहने की कसमे भी खाई।