लखनउ। 25 हजार के ईनामी, हत्यारोपी, शूटरों को संरक्षण देने सहित अन्य कई मामलों में वाछित पूर्व सांसद धनन्जय ंिसह को पुलिस ने भगोडा घोषित कर दिया हैं, अब माना जा रहा है कि यदि धनन्जय ने अपने आपको पुलिस के हवाले नही किया तो उनके विरूद्व कुर्की की कार्यवाही भी की जा सकती है।
ज्ञात हो कि विगत 6 जनवरी को प्रदेश की राजधानी लखनउ में अजीत सिंह की हत्या कर दी गयी थी जिसका आरोप आजमगढ के कुख्यात गिरोह डी-11 के मुखिया ध््राुव कुमर सिंह उर्फ कुटू सिंह और अखंड प्रताप पर लगा था। डी-11 ने अपने शूटर गिरधारी विश्वकर्मा और अन्य ने की थी। पुलिस को अपनी जांच मे ंजैसे ही गिरधारी के सलिप्त होने का पता चला उसने धनन्जय की भी जांच की और साक्ष्यों के साथ अदालत से गिरफतार आदेश प्राप्त कर लिया।
धनन्जय पर यह भी आरोप लगा है कि अजीत हत्यंांकाड के बाद पुलिस एनकाउन्टर में घायल हुए एक शूटर राजेश तोमर को उसके इलाज के लिए लखनउ सहित सुल्तानपुर में काफी मदद की थी।
भगोडा घोषित करने के बाद पुलिस सूत्रों की माने तो यदि धनन्जय ने आत्मसमर्पण नही किया तो उसके विरूद्व कुर्की की भी कार्यवाही की जा सकती है।