मेरठ। जिले से एक ऐसी खबर आ रही है जिसका प्रकाशन करने में भी एक बार सोचना पड रहा हेै। लेकिन इस तरह की घटनाओं और उनके पडने वाले प्रभाव को आम जन तक पहुचाना मीडिया का दायित्व है जिसे पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। ज्ञात हो कि इस कोरोना काल में ऐसे कई मामले सामने आये जिसमें सगे भाई बहनों में नाजायज रिश्ता बन गया और कई मामलों मे तो कई महीनो तक चले इस सम्बध मे चलते कई बहन गर्भवती भी हो गयी। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर की समाप्ति से पहले एक ऐसी खबर आ गयी जिसने सभी को चैका दिया हैं। यह खबर एक पिता और उसकी ही पुत्री के बीच के नाजायज सम्बध का है। जिसे स्थानीय ग्रामीणों ने देख लिया और मामले पर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। हैरानी तो इस बात की हेै कि पुलिस भी इस मामले मे हाथ बाधे नजर आ रही है क्योकि उसे यह समझ नही आ रहा िकइस मामले की कार्यवाही वह किस धारा मे करें।
घटना मेरठ के सरूरपुर अन्र्तगत एक गांव का है जहंा गुरूवार को उस समय हडकंप मच गया जब गांव के ही निवासी एक व्यक्ति और उसकी पुत्री को आपस में अतंरग अवस्था मे देख लिया। लोगों ने इस घटना का वीडिया भी बना लिया तथा वीडियो को सोशल मीडिया मे वायरल भी कर दिया। बताया जा रहा है कि व्यक्ति को कंुछ लोगों ने समझाने की कोशिश की तो उल्टे वह उन लोगों को ही मारने दौड पडा।
इस तरह के दृष्य के सामने आने के बाद जहंा ग्रामीणों मे जबरदस्त आका्रेश है। लोगों का कहना है कि यह कोई नयी बात नही है इन लोगों का यह सम्बध पिछले दस वर्षो से चला आ रहा है लेकिन अभी तक सुना ही जा रहा था आज वह सब सामने आ गया है।
मामला पुलिस मे आने के बाद ग्रामीणों में व्याप्त आक्रोश को देखते हुए आरोपी के घर पर सुरक्षा लगा दी गयी है। वही इस मामले मे सबसे हैरानी की बात तो यह है कि पुलिस को यह नही समझ आ रहा है कि मामला आखिर किस धारा मे दर्ज किया जाये, इसी उहापोह मे आज दो दिन निकल गये लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है और ग्रामीणो मे आक्रोश बढता जा रहा है।
ग्रामीणो मे एक तो इस बात का आक्रोश है कि गावं की बदनामी हो रही है दूसरे इस घटना के सामने आने से गांव के युवाओं मे बहुत ही गलत संदेश जा रहा है तीसरे गावं की बदनामी होने से रिश्ते नातों में भी समस्या आयेगी। फिलहाल देखना यह है कि पुलिस इस मामले पर किस तरह कार्यवाही करती है।