चार गिरफतार, भेजे गये जेल
लखनउ। राजधानी से एक चैकाने वाला मामला सामने आ रहा है। यह मामला इस मायने मे ंखास है कि जहंा पुलिस अपने इकबाल को बंुलंद रखने की कोशिश कर रही है वही क्षेत्र के दबंग उसकी इस कोशिश को लगातार नाकाम करने का प्रयास कर रहे है। खास बात तो यह है िकइस मामले मे ंदबंग पुलिस पर भारी पडते नजर आ रहे है। ताजा मामले मे दंबंगों की बढती दबंगई का नमूना उस समय सामने आया जब अपनी रक्षा के लिए पुलिस चैकी की शरण मे ंपहची दो महिलाओ को दबंगो ंने पुलिस को धता बताते हुए चैकी मे धुसकर उनकी पिटाई कर दी। हालाकिं बाद में पुलिस ने कार्यवाही करते हुए चार आरोपियों को गिरफतार कर उन्हे जेल भेज दिया है।
मामला राजधानी के मोहनलाल गंज का है। बताया जा रहा है कि यहां के खुजौजी बाजार में शुक्रवार केा दो महिलाओं के साथ एक व्यक्ति आया हुआ था। बाजार मे उस व्यक्ति की बाइक एक लडकी से लग गयी जिस पर लडकी और महिलाओ के बीच कहासुूनी हो गयी। इसी बीच लडकी के फोन करने पर वहां पहचें आठ दस लोगों ने व्यक्ति और महिलाओं को पीटना शुरू कर दिया। उन लोगों से बचने के लिए व्यक्ति ओैर महिलाऐं अपने आप को बचाने के लिए पास मे ही स्थित खुजौली पुलिस चैकी मे चले गये। लेेकिन अपन दबंगई दिखाते हुए लडकी के बुलाये गये लोग वहां भी घुस आये और पुलिस के सामने ही महिलाओं सहित उनके साथ के व्यक्ति की पिटाई कर दी।
अपनी फजीहत होते देख कुछ देर बाद हरकत मे आयी राजधानी पुलिस ने मोहनलालगंज निवासी श्यामलाल रावत, रामअधार रावत, गोविन्द रावत तथा राहुल रावत को गिरफतार कर जेल भेज दिया। लेकिन यह सवाल तो यथावत रहा कि आखिर पुलिस चोैकी मे घुसकर किसी के साथ मारपीट करने की हिम्मत आखिर उन लोगांे मे आयी कैसे। यह घटना इस बात को स्पष्ट करती है कि या तो क्षेत्रं मे उन लोगों की इतनी दबंगई है िकवे पुलिस को भी कुछ नही समझते या फिर उनका खुजौली पुलिस से इतना याराना है कि उन्हे विश्वास था िकवह कुछ भी कर लेगें उनका कुछ नही होगा।