पलवल (हरियाणा)। एक 19 वर्ष की यूवती द्वारा 67 वर्ष के बुजूर्ग से शादी किये जाने का पिछले दिनो आया मामला मीडिया सहित समाज की सुर्खिया बना रहा। अपने अपने परिजनों से जान का खतरा बताकर इस युगल ने चन्डीगढ हाईकोर्ट से अपनी सुरक्षा किये जाने की गुहार लगायी थी जिस पर कोर्ट के निदेश पर किये गये जांच मे पुलिस ने जो जांच रिपोर्ट कोर्ट केा सांैंपी वह और भी चैकाने वाली निकली।
हाईकोर्ट को सौपीं रिपोर्ट मे बताया गया है कि दोनेा ने अपनी मर्जी और बिना किसी दबाव के शादी की है। साथ ही यह भी बताया गया की युवती ने इस शादी के लिए अपनी मां से सहमति ली थी।
ज्ञात हो कि युवती के परिजनों क ेचल रहे मुकदमें में सहयोग करने वाला बुजूर्ग अक्सर उनके घर जाता था इसी दौरान वह युवती के सम्पर्क में आया ओैर दोनो एक दूसरे की ओर आकर्षित हुए फिर दोनांें ने शादी कर ली। यहां यह भी बताना आवश्यक है कि जहंा बुजूर्ग शादी शुदा सात बच्चो का पिता हैं वही युवती भी शादी शुदा हैं। बताया जा रहा है युवती की शादी विगत वर्ष राजस्थान निवासी एक युवक से हुयी थी जो किसी और महिला से प्यार करता है। उसे यूवती के इस तरह से शादी किये जाने से किसी तरह का कोई एतराज भी नही हैै।
पुलिस द्वारा हाईकोर्ट केा सौपे गये रिपोर्ट मे यह भी बताया गया है कि बुजूर्ग का जन्म वर्ष 1953 में जबकि युवती का जन्म वर्ष 2001 में हुआ था। बुजूर्ग इस समय लगभग 15000 रूप्ये की कमाई कर लेता है। उसने अपनी निकाह मे युवती को 15 ग्राम सोना दिया था वह भी मेहर के रूप् में।