गोण्डा। ठंड का असर बढते ही आम जनजीवन अब प्रभावित होने लगा हैं। इस वर्ष ठडं की शुरूआत होते ही नगर क्षेत्र मे ंनगर पालिका के द्वारा चिन्हित स्थानो ंपर अलाव की व्यवस्था सुदृढ हे या नही इसका जायजा लेने रविवार की रात करीब साढे नौ बजे जिलाधिकारी कैप्टन प्रभान्शु श्रीवास्तव अपने लाव लश्कर के साथ भ्रमण पर निकले।
अपर जिलाधिकारी ईओ, एक्सईएन पीडब्लूडी, सदर, तहसीलदार, सिटी मजिस्ट्ेट के साथ उन्होनें फखरूद्वीन अली अहमद चौराहे से पैदल ही बस स्टेशन तक निरीक्षण किया। सर्वप्रथम चौराहे स्थित पुलिस चौकी पहुचें जहां उपस्थित पुलिस कर्मियों से गशत एवं पुलिसिंग व्यवस्था पर बातचीत की। फिर वे बगल स्थित नेकी की दीवार को देखने पहुचें जहां एकत्रित कपडों को देखकर वे बोले कि प्रयास यह किया जाये कि यहां उपयोग के लायक ही कपडों को रखा जाये।
इसके उपरांत वे पैदल ही बस स्टेशन की ओर बढ गये, सडक के दोनों ओर दुकानों एवं बेतरतीब खडे वाहनों पर चुटकी लेते हुए उन्होनें कहा कि क्या इन्होनेंं परमीशन ले रखा है अवैध कब्जों के लिए, इस पर सिटी मजिस्ट्ेट सुभाष प्रजापति ने असहमति जताते हुए उसे तत्काल दुरूस्त कराने की बात कही। बस अडडे पहुचने पर चोकी स्थित जल रहे अलाव को देखते ही बोले की इसके अलावा और कहां कहां अलाव जल रहा है इस पर ईओ विकास सेन ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि सर चिन्हित स्थानो ंपर अलाव जलवायें जा रहे हैं। स्थान का नाम पूछने पर उन्होनें जिला अस्पताल, मुन्नन खां, चौराहा, रेलवे स्टेशन का नाम बताया, हालाकिं इसके अलावा भी कई स्थान पूर्व से ही निर्धारित हैं।
जिलाधिकारी फिर बस स्टेशन स्थित रैन बसेरा पहुचें जहां रैन बसेरा को आनन फानन मे ंपुआल डाल पन्नी से ढककर तैयार किया गया था जहां बिस्तर के नाम पर मात्र चादर ही पडी थी, इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होनें सदर तहसीलदार को निर्देश दिया कि तकिया एवं कम्बलों की व्यवस्था तत्काल आधे घंटे के अन्दर करायी जाये।
फिर वे अलाव का निरीक्षण करने जिला अस्पताल पहुचं गये किन्तु फिर उनका इरादा बदल गया और साथ चल रहे अधिकारियों को अस्पताल के अन्दर से गाडियों को घुमाना पडा ओर वे स्टेशन की ओर चल पडे जहां से वापस लौटते समय बडगांव चौराहे पर स्थित एक मिठाई की दुकान के मालिक ने अनुरोध करते हुए जिलाधिकारी से कहा कि यदि वे दुबारा रात्रि मे ंनिरीक्षण करने निकले तो कृप्या उन्हें सूचित कर दें, उन्होनेंं सूचना मिलने पर रात्रि में गरीबों को कम्बल वितरित करने की इच्छा जाहिर की।
नगर क्षेत्र में भ्रमण पर निकले जिलाधिकारी के इस कार्यक्रम पर जब ईओ विकास सेन से बात की गयी तो उन्होनें बताया कि डीएम ठंड में नगर क्षेत्र में जलाये जा रहे अलाव की व्यवस्था देखने के लिए भ्रमण पर थे और उन्होनें जल रहे अलाव पर संतुष्टि जताई है और कहा कि अलाव रात्रि नौ बजे से जलाये जांये, ठंड अधिक पडने पर इसका समय आठ बजे कर दिया जाये। ईओ के इस बयान से एक प्रश्न स्वतः ही खडा हो गया कि ठंड की दिनो दिन बढ रही तीव्रता को देखते हुए अभी तक चिन्हित स्थानों पर अलाव जलाने की कोई व्यवस्था नगर पलिका प्रशासन द्वारा नहीं करायी गयी है जिलाधिकारी को भ्रमण के दौरान बस स्टेशन स्थित पुलिस चोकी पर जल रहा अलाव स्थानीय लोगों की व्यवस्था थी जिसे पालिका प्रशासन ने अपना बताया है यदि नगर पालिका प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था चिन्हित स्थानों पर आरम्भ की जा चुकी है तो जिला महिला अस्पताल, जिला पुरूष चिकित्सालय, बडगांव पुलिस चौकी, मिश्रोलिया पुलिस चौकी, मनकापुर बस स्टेण्ड एवं मुन्नन खां चौराहे पर अलाव क्यों नहीं जल रहे थे। अचानक निरीक्षण करने पहुचें जिलाधिकारी को जलता मिला अलाव नगर पालिका प्रशासन का नहीं था।
अपवाद स्वरूप कुछ जगहों को छोड दिया जाये तो हकीकत यह है कि अलाव जलाने के विषय पर अभी तक नगर पालिका प्रशासन ने कोई तैयारी ही नहीं की है!