मात्र शो पीस की भूमिका निभा रहे सजे सजाये रैन बसेरे
ताला लगा गायब रहते कर्मचारी, सी एम् एस भी दिख रहे मजबूर
गोण्डा। तालाबंदी का शिकार बना जिला चिकित्सालय में स्थित ठंड से बचाव के लिए बनाया गया रैन बसेरा मरीजों के तीमारदारों एवं बेसहारा आवास विहीन लोगों को रात गुजारने के लिए मात्र एक शो पीस बन कर रह गया है। यहां रात गुजारने के लिए आने वाले लोग बैरंग उल्टे पैर वापस हो रहे हैं। जिसकी वजह यह है कि वहां रात्रि में ताला लटकता रहता है। यह हकीकत खुल कर तब सामने आ गयी जब सोमवार की देर रात्रि ठंड में अलाव एवं रैन बसेरे का निरीक्षण करने निकले अपर जिलाधिकारी जिला चिकित्सालय पहुचें।
रैल बसेरे में लगे ताले को देखकर जरूरतमंदो ने एडीएम से इसकी शिकायत की तो वे रैन बसेरा पहुचं गये जहां रैन बसेरे को साफ एवं स्वच्छ रूप से सजाया तो गया था किन्तु बाहर से लगा ताला यह गवाही दे रहा था कि यह सजावट मात्र दिखावे के लिए है न कि किसी उपयोगिता के लिए। रैन बसेरे में लगे ताले को देखकर एडीएम बिफर गये और मातहतो को इसके जिम्मेदारों को बुंलाकर लाने का आदेश दिया। एडीएम के पहुचने की सूचना मिलने पर चौकीदार चाभी लेकर भागा भागा वहां पहुचा और ताले को खोला। एडीएम ने चौकीदार को फटकार लगाते हुए कहा कि यह हर हाल में खुला रहना चाहिए और इसके देख रेख के लिए एक व्यक्ति को स्थायी रूप् से रात्रि मे यहां तैनात किया जाये, उन्होनें जोर देते हुए कहा कि जरूरतमंदों को इसका लाभ मिल सके इसीलिए इनका निर्माण कराया गया है, शासन की मंशानूरूप् कार्य न करने पर कठोर कार्यवाही की जायेगी।
अचानक हुए एडीएम के इस निरीक्षण की भनक जिला चिकित्सालय प्रशासन को नहीं लगी। निरीक्षण के प्श्वात सदर तहसीलदार के चिकित्सालय पहुचंने पर वे अलाव का निरीक्षण करने स्टेशन की ओर निकल गये। चिकित्सालय कर्मियों द्वारा बरती जा रही इस घोर लापरवाही पर सीएमएस डा0 वीरपाल सिंह से बात करने पर उन्होनें बताया कि उनके द्वारा स्पष्ट निर्देश दिये गये है कि रैन बसेरे को रात्रि ही नहीं बल्कि दिन में भी खुला रखा जाये एवं सतत उसकी निगरानी भी की जाये। एडीएम के निरीक्षण पर अनभिज्ञता जाहिर करते हुए वे बोले कि उनके द्वारा हर संभव प्रयास लोगो की सहायता क लिए उनके द्वारा किया जा रहा है, किन्तु कर्मचारियों के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है जानकारी मिली है इस समस्या को तत्काल दूर किया जायेगा।