मधुबनी (बिहांर)। आप इस खबर से जरूर चैंक जायेगें कि आखिर दूसरो को न्याय देने वाले न्यायाधीश ने ऐसा क्या अपराध कर दिया जिससे उसे स्वयं कटघरे मे खडा होना पड गया। तो आइये हम बताते है िकइस न्यायाधीश का कसूर क्या है। मिल रही जानकारी के अनुसार अपने मातहतो से अपना निजी काम कराने के चलते बिहार के मुधबनी अन्र्तगत झांझरपुर मे अतिरिकत जिला एंव सत्र न्यायाधीश अविनाश कुमार पर उच्च न्यायालय ने प्रतिबधं लगाते हुए उन्हे न्यायिक कार्यो से प्रतिबधित कर दिया है।
खास बात तो यह है कि न्यायाधीश अविनाश पर पहले भी कई तरह के आरोप लग चुके है जिनके चलते वह अनेकों बार चर्चा में आते रहे है। इस बात मामला चूकि न्यायिक प्रक्रिया से जुडे लोगों से ही जुडा था इसलिए उच्च न्यायालय ने कडा कदम उठाते हुए इन पर कार्यवाही कर दी है। बताया जा रहा है उच्च न्यायलय को इस बात की सूचना मिली थी कि न्यायाधीश अविनाश अपने मातहतो से अपने कपडे धुलवाते थे तथा उन्हें प्रेस भी कराते थे। यदि मातहत किसी तरह की आनाकानी करता था तो उसे अव प्रत्यक्ष के साथ ही अप्रत्यक्ष रूप् ेस धमकी भी देते थे।
विगत 24 सितम्बर को उच्च न्यायलय ने आदेश जारी कर उन्हे सभी न्यायिक कार्यो से अलग रहने का हुक्म सुना दिया है।