जिलाधिकारी प्रभांशु श्रीवास्तव ने चलाया फावड़ा
डीएम, विधायक व सीडीओ ने किया शिलान्यास
गौ आश्रय केन्द्र की आधार शिला रखने वाला प्रदेश का पहला जनपद बना गोण्डा
गोंडा ! जिले में छुट्टा जानवरों से परेशान लोगों को जल्द ही निजात मिलने जा रही है। डीएम कैप्टेन प्रभान्शु श्रीवास्तव, विधायक मेहनौन विनय द्विवेदी तथा सीडीओ अशोक कुमार ने गौ आश्रय केन्द्र का भूमि पूजन कर शिलान्यास किया। वहीं जनपद गोण्डा गौ आश्रय केन्द्र की आधारा शिला रखने वाला प्रदेश का पहला जनपद बन गया है।
बताते चलें आवारा पशुओं की समस्या का संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के सभी जनपदों में गौ संरक्षण केन्द्र खोले जाने के लिए एक करोड़ अट्ठाइस लाख रूपए की धनराशि प्रथम किस्त के रूप में सभी जिलांे को निर्गत की जा चुकी है। सरकारी जमीनों जैसे चारागाहों पर गौ शालाएं बनवाने का काम शुरू कर दिया गया है। डीएम के प्रयासों से जनपद गोण्डा प्रदेश का पहला जनपद बना जहां पर सबसे पहले गौ आश्रय केन्द्र के निर्माण की आधार शिला रखी गई है।
विकासखण्ड मुजेहना अन्तर्गत ग्राम पंचायत रूद्रगढ़ नौसी में चारागाह की 110 बीघे जमीन चिन्हांकित की गई जिसमें 60 बीघे जमीन पर गौ आश्रय केन्द्र तथा 50 बीघे जमीन पर पशुओं के लिए हरा चारा पैदा किया जाएगा। डीएम, क्षेत्रीय विधायक तथा सीडीओ ने भूमि पूजन कर शिलान्यास किया। शिलान्यास के बाद आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डीएम कैप्टेन प्रभान्शु श्रीवास्तव ने ग्रामीणों व अधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उनके सबके प्रयास से इतनी बड़ी जमीन पर सरकार की योजना फलीभूत होने जा रही है। उन्होने मिशन कायाकल्प अभियान में जुड़े ग्राम प्रधानों का विशेष रूप से धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होने कहा कि छुट्टा जानवरों की समस्या बिना जनसहभागिता के निस्तारित नहीं हो पाएगी। इसमें लोगों को समाज व किसानों क प्रति खुद की भी जिम्मेदारी समझनी होगी। उन्होने कहा कि रूद्रगढ़ नौसी गौ आश्रय केन्द्र जहां एक ओर प्रदेश का पहला गौ संरक्षण केन्द्र है वहीं इसे प्रदेश के लिए माॅडल गौ शाला के रूप में विकसित कराया जाएगा और नजीर स्थापित की जाएगी। उन्होने कहा कि इसके लिए जिला प्रशासन पूरी ताकत लगा देगा। विधायक मेहनौन विनय द्विवेदी ने गौ शाला निर्माण के लिए विधायक निधि से दस लाख रूपए का सहयोग देने की घोषणा करते हुए कहा कि सांसद गोण्डा व विधायकों द्वारा किसानों की समस्याओं से अवगत कराने के बाद मुख्यमंत्री जी द्वारा इस समस्या के समाधान के लिए कदम उठाया गया है और जल्द ही गौ शालाओं का निर्माण कराकर छुट्टा जानवरों की समस्या से किसानों को निजात दिलाई जाएगी।
सीडीओ अशोक कुमार ने पूरी योजना पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि गौ आश्रय केन्द्र का निर्माण मनरेगा, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, वन विभाग, क्षेत्र पंचायत व ग्राम पंचायत के संयुक्त सहयोग से कराया जा रहा है। केन्द्र बनने के बाद ग्राम पंचायत स्तर पर कमेटी गठित कर देखरेख सुनिश्चित कराई जाएगी जिसके लिए केन्द्र पर गार्ड रूम बनेगा और मनरेगा से दो मजदूर देखरेख के लिए, तालाब का निर्माण, सबमर्सिबल पम्प, छायादार वृक्ष व शोभादार वृक्ष लगाए जाएगें। पशुओं से निकलने वाले गोबर व गोमूत्र का भी सदुपयोग व बेचनें की भी व्यवस्था की जाएगी जिससे प्राप्त होने वाली आमदनी को गौ शाला के संरक्षण के प्रयोग किया जाएगा।
सीडीओ अशोक कुमार ने बताया कि प्रथम चरण में जिले के सभी विकासखण्डों पर एक-एक गौ आश्रय केन्द्रों का निर्माण कराया जाएगा जिसके जमीन के चिन्हांकन का कार्य एक हफ्ते में पूरा कर लिया जाएगा। इस अवसर पर डीएफओ आर0के0 त्रिपाठी, डीसी मनरेगा हरश्चिन्द्र प्रजापति, सांसद प्रतिनिधि रमाश्ंाकर मिश्र, प्रमुख प्रतिनिधि राजीव सिंह बिट्टू, द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किए गए। कार्यक्रम में सभी अतिथियों को समृति चिन्ह व अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता के0के0 श्रीवास्तव ने किया।
इस दौरान एसडीएम सदर एस0एन0त्रिपाठी, सांसद गोण्डा प्रतिनिधि राजेश सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 आर0पी0 यादव, जिला कृषि अधिकारी जे0पी0 यादव, विधायक प्रतिनिधि मनोज तिवारी, प्रधान संघ अध्यक्ष विनोद सिंह, राजेश तिवारी सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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