टीकमगढ (मध्यप्रदेश)। क्या कोई चोर किसी जिम्मेदार अधिकारी को जेल भेजने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं जी हंा ऐसा हुआ है और वह भी विद्युूत विभाग के एक अधिकारी के साथ। विद्युत चोरी को रोकने के लिए तैनात अधिकारी को चोर से रिश्वत लेते हुए गिरफतार किया गया है।
ममला बिजली चोरी के एक आरोपी किशोर सिंह दांगी और विजली विभाग के कार्यपालन अभियंता अखिलेश प्रसाद ़ि़़़़़त्रवेदी का है। हुआ यूं कि किशोर सिंह दांगी बिजली चेारी करते हुए पकडा गया था और अखिलेश ने उसे इस मामले से बचाने के लिए एक लाख की रिश्वत मांगी। मामला कुछ दिनो तक चलता रहा लेकिन कुछ दिनो ंबाद दागी ने मामले की शिकायत लोकायुक्त पुलिस से कर दी। फिर क्या था लोकायुक्त पुलिस ने अपनी कार्यवाही करते हुए अखिलेश त्रिवेदी को योजना बनाकर शुकवार को गिरफतार कर लिया।
लोकायुक्त पुलिस ने यह कार्यवाही कार्यपालन अभियंता अखिलेश के सुभाष कालोनी स्थित आवास पर करते हुए गिरफतार किया। यह गिरफतार उस समय की गयी ज बवह दांगी से पचांस हजा रूप्ये की नगदी तथा पचास हजार का चेक ले रहे थे उस समय उन्हे रंग हाथो ंगिरफतार किया गया।
ममला इस लिए खास है कि यह गिरफतारी एक चोर के शिकायत पर की गयी है।