गोरखपुर। इधर दरोगा भर्ती परीक्षा चल रही है और उधर परीक्षार्थियो को अपने झासे मे लेकर दरोगा की नियुक्ति देने वाले गिरोह भी सक्रिय हो गये है। गिरोह परीक्षार्थियों को 15 लाख में दरोगा बनाने का ठेका ले रहा है। खास बात तो यह है कि इस गिरोह मे परीक्षा केन्द्रो के संचालकों की भी बडी भूमिका निकल कर सामने आ रही है। फिलहाल एसटीएफ ने इस फर्जीवाडे की जानकारी मिलते ही गिरोह के कुछ सदस्यो को अपनी गिरफत म ेंले लिया है।
मिल रही जानकारी के अनुसार एसटीएफ को इस बात की सूचना मिली कि चल रही उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा में बडे पैमाने पर गडबडी किये जा रही हैं। इस गडबडी में एक गिरोह के साथ ही परीक्षा केन्द्रो ंके संचालकों की भी मिली भगत हंैं। एसटीएफ को सूचना यह भी मिली कि गिरोह के कुछ सदस्य देवरिया बाइपास मोड पर कुछ परीक्षार्थियो से परीक्षा पास कराने के लिए रूप्ये का लेनदेन करने वाले है। इस सूचना पर सक्रिय हुयी एसटीएफ ने इन्सपेक्टर सत्य प्रकाश सिंह के नेतृत्व में तीन आरोपियो को गिरफतार कर लिया।
टीम को यह भी जानकारी मिली कि अश्वनी दूबे केन्द्र संचालक माडेटों वेन्चर्स प्राइवेट लिमिटेड, अनुभव सिंह क्लस्टर हेड एनएसईआईटी गोरखपुर, आशीष शुक्ल केन्द्र संचालक कैवेलियर एनीमेशन सेन्टर एसनएसईआईटी गोरखपुर, दीपक दिवाकर उर्फ रिन्टू एवं संेनापति केन्द्र संचालक सिद्वि विनायक आनलाइन सेन्टर गोरखपुर, नित्यानंद गौड, संतोष यादव, रजनीश दीक्षित केन्द्र संचालक ओम आनलाइन सेन्टर की भी इस गिरोह से सलिंप्तता है और य सभी परीक्षार्थियों को नकल कराने की योजना मे शामिल है।
एसआईटी की गिरफत मे आये एनएसईआईटी के क्लस्टर हेड तथा गुलरिहा थाना क्षेत्र के शिवपुर सहबाजगंज निवासी अनुभव सिंह, महाराज गंज जिले के घुघली के अहिरौली निवासी नित्यानन्द गौड तथा चिलुआताल के महेसरा निवासी सेनापति सहानी ने पूछताछ मे बताया कि ये सभी अभ्यर्थियों को परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्र के लैब मे या फिर अलग अलग कमरे मे बिठाकर नकल कराते हैं। एसटीएफ ने इन आरापियों के पास से दो आधार कार्ड, एक डीएल, तीन मोबाइल, चार पेन ड्ाइव, सहित नगर धनराशि भी बरामद की है तथा इन सभी पर रामगढताल थाने में मुकदमा भी दर्ज करा दिया हैं