आचरण सुधारने की मिलेगी नसीहत, वीडियो हो रहा वायरल
लखीमपुर खीरी। किसानोें की भीड पर गाडी चढाने से चर्चा मे आये केन्द्रीय गृह राज्यमत्री अजय मिश्र टेनी ने आज अपनी हद पार करते हुए सवालों से चिढकर पत्रकारों पर अपना गुस्सा निकालने का प्रयास किया, उन्होनंें न केवल वहा मोैजूद पत्रकारेां से हाथापाई की बल्कि उन्हें मारने के लिए हाथ तक उठा दिया। मिल रही जानकारी के अनुसार टेनी के इस अशोभनीय हरकत को केन्द्रीय नेतृत्व ने गम्भीरता से लिया है और उन्हें जल्द ही आचरण मे सुधार लाने की चेतावनी मिल सकती है। माना तो यह भी जा रहा है कि केन्द्र को एक तरह से उन्हें किनारे लगाने के एक ओैर मौका मिल गया है। अचम्भा नही होगा यदि जल्द ही उन्हंें मत्रीमण्डल से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाये तो।
केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी का पत्रकारेां के साथ अभद्रता और उनपर हाथ उठाने का वायरल हो रहा वीडियो उस समय का है जब वे एक आक्सीजन प्लांट का उदघाटन करने पहुचें थे। मौके पर मौजूद पत्रकारो ने जब उनसे उनके बेटे को लेकर एक सवाल किया तो टेनी आगबबुला होकर अपना आपा खो बैठे और पत्रकारो को धमकी देते हुए उनसे हाथापायी कर बैठे इतना ही नही उन्होनें एक पत्रकार पर हाथ तक उठा दिया। जब वहां मौजूद अन्य लोगो ंने उन्हें रोका तो उन्होनें पत्रकारेां से हाथापायी तो बन्द की लेकिन उन्हे वह गालिया देते रहे।
पत्रकारो के साथ की गयी टेनी की इस अभद्रत आचरण की जानकारी केन्द्रीय नेतृत्व को होते ही उन्हे मिल रही जानकारी के अनुसार दिल्ली तलब कर लिया गया है और वह रवाना भी हो चुके है। केन्द्रीय सूत्रों की माने तो उनके इस आचरण पर उन्हें अपने आप मे सुधार लाने की नसीहत केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा मिल सकती है। कहा तो यह भी जा रहा है कि अजय मिश्र को मत्रीमण्डल से बाहर का रास्ता दिखाने की ताक में बैठे केन्द्रीय नेतृत्व को उनके इस अभद्र व्यवहार ने एक मौका दे दिया है। हो सकता है उन्हें जब दिल्ली से वापस भेजा जाये तो वह मात्र एक सांसद के तौर पर ही लखीमपुर वापस आयें।
ज्ञात हो कि किसानो पर वाहन चढाये जाने की घटना से चर्चा मे आये केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी उसी समय से केन्द्र की निगाह मे किरकिरी बने हुए है लेकिन जनता मे जा रहे संदेश से बचने के लिए उन्हंें मंत्रीमण्डल से हटाया नही जा रहा था लेकिन पत्रकारो ंसे अभ्रदता कर उन्होने एक तरह से अपनी हद पार कर दी है और केन्द्रयी नेतृत्व को एक मौका दे दिया है।
फिलहाल देखना यह है कि केन्द्र उन्हंें बाहर का रास्ता दिखा देता है या फिर चेतावनी देकर उन्हें एक और मौका देता है।