गोण्डा। जिला चिकित्सालय मे सफाई को लेकर चिकित्सक और सफाई कर्मी के बीच हुआ विवाद पुलिस तक पहुचं गया। प्रकरण पर आन्दोलन की चेतावनी दे रहे सफाई्रकर्मियों को समझाने बुझाने में मुख्य अधीक्षक सहित पूरा स्टाफ जुट गया हालाकिं चिकित्सक द्वारा माफी मागं जानें के बाद सफाईकर्मियो ने आन्दोलन का इरादा तो त्याग दिया लेकिन पुलिस को दी गयी तहरीर को अभी तक वापस नही लिया है।
घटना वितग 5 मार्च की है जब जिला चिकित्सालय मे ंसफाई को लेकर चिकित्सक डा0 दीपक सिंह तथा सफाईकर्मी देवेन्द्र कुंमार वाल्मीकि के बीच विवाद हो गया। पुलिस को दी गयी तहरीर के मुताबिक चिकित्सक दीपक सिंह ने देवेन्द्र वाल्मिीकि को नौकरी से हटाने तथा जान से मारने की धमकी दी। हालाकि चिकित्सक दीपक सिंह ने इन आरोपों से इन्कार करते हुए कहा कि लगाये जा रहे आरोप पूरी तरह से निराधार है। सफाई कर्मी को उसके कार्य मे लापरवाही को लेकर डाटां गया था जिस पर वह भडक गया और हाथापाई पर उतर आया।
ळालाकि इस विवाद पर भडके सफाईकर्मियों ने चिक्तिसक दीपक ंिसह पर गम्भीर आरोप लगाते हुए नगर कोतवाली मे ंदीपक ंिसह के विरूद्व कार्यवाही किये जाने की शिकायत की हे। प्रकरण पर जब सविंदा पर हाल ही में नियुक्त हुए डा0 दीपक सिंह से वार्ता की गयी तो उन्होनंें कहा कि चिकित्सालय की व्यवस्था सुचारू रूप् से संचालित होती रहे इसलिए वरिष्ठों और मुख्य अधीक्षक के कहने पर सफाईकर्मी देवेन्द से माफी मांग कर विवाद को समाप्त कर दिया गया है। लेकिन इसके विपरीप देवेन्द्र के मुताबिक पुलिस को दी गयी तहरीर वापस नही ली गयी है जो इस बात को दर्शाता है कि कही न कही अभी भी सफाईकर्मी चिक्तिसक द्वारा मांफी मांगे जाने से संतुष्ट नही है।