गोण्डा ! बुधवार को श्री लाल बहादुर शास्त्री ललिता सभागार में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। जिसका प्रारंभ मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती की वंदना के साथ किया गया। B.Ed विभाग की छात्राओं ने ‘सब हरसाय हैं स्वागत के लिए ‘स्वागत गीत गाकर अतिथियों का स्वागत किया ।
अतिथियों के स्वागत हेतु स्वागत भाषण कार्यक्रम की संयोजक डॉ अमन चंद्रा द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसमें उन्होंने अतिथियों के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनका अभिनंदन भी किया ।B.Ed की छात्र छात्राओं ने लघु नाटिका के माध्यम से भ्रूण हत्या, बालक बालिकाओं में भेदभाव, स्ट्रीट उत्पीड़न ,एसिड अटैक जैसे मुद्दे पर एक लघु नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया। लघु नाटिका में एसिड अटैक का दृश्य देखकर दर्शक दीर्घा एवं सभी अतिथि इतने भावुक हो गए कि उनकी आंखें नम हो गई ।
सौम्या सिंह ने नारी के स्वरूप को एक कविता के माध्यम से प्रस्तुत किया, सौम्या मिश्रा के द्वारा महिला सशक्तिकरण पर एक भाषण प्रस्तुत किया गया इसी के साथ महाविद्यालय की छात्राओं ने कविता भाषण लघु नाटिका आदि कार्यक्रम प्रस्तुत कर महिला दिवस के महत्व को बताया ।आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही वर्षा सिंह जी ने अपने उद्बोधन में कहा परिवार मैं, समाज में ,और कार्यस्थल पर नारी की राय को महत्व दिया जाए । मुख्य अतिथि डॉ अनीता मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि 2003 के बाद महिला के प्रति समाज की सोच और नजरिए में गजब का सकारात्मक बदलाव आया है ,लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि नारी पुरुष के समान हो गई है अभी यह लड़ाई काफी लंबी चलनी है ।
विशिष्ट अतिथि श्रीमती संध्या पांडे ने अपने उद्बोधन में कहा ‘आज की नारी सब पर भारी, और एक कविता के माध्यम से उन्होंने बताया कि नारी को शिक्षित कीजिए ,क्योंकि शिक्षा ही महिला सशक्तिकरण की प्रथम और मूलभूत आवश्यकता है ।
विशिष्ट अतिथि श्रीमती गुंजन शाह ने अपने उद्बोधन में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला सशक्तिकरण का यह दिन हमें एक ऐसा मौका देता है जब हमें महिलाओं द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अर्जित उपलब्धियों की सराहना करनी चाहिए और जो कमी है उसे पूरा करने का संकल्प लेना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन कर रही डॉक्टर चमन कौर जी ने बताया कि आज का दिन यह संकल्प लेने का दिन है कि महिला अपनी शक्ति को, अपनी सामर्थ्य को समझे ,एक होकर, एक साथ खड़े होकर स्वयं को वह सम्मान दिलाए ,जो वास्तव में उसके लिए बना है ।जिसकी वास्तव में वह हकदार है ।
कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर रविंद्र कुमार पांडे जी ने अपने उद्बोधन में कहा की सारी शक्तियां महिलाओं के पास हैं ।नारी एक बहन है ,एक बेटी है ,एक पत्नी है, एक मां है ,हमें नारी के हर स्वरूप का आदर करना चाहिए आज के कार्यक्रम की अध्यक्ष वर्षा सिंह जी मुख्य अतिथि डॉ अनीता मिश्रा विशिष्ट अतिथि श्रीमती गुंजन शाह विशिष्ट अतिथि श्रीमती संज्ञा पांडे रही । कार्यक्रम की संयोजक एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अमन चंद्रा एवं कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ चमन कौर द्वारा किया गया ।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस कार्यक्रम में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राजीव राव एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर श्रीनिवास राव एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर जयशंकर तिवारी शिक्षक संघ अध्यक्ष एसोसिएट प्रोफेसर डॉ शैलेंद्र नाथ मिश्र डॉक्टर रमिद्र पटेल एसोसिएट प्रोफेसर डॉ ममता शर्मा एसोसिएट प्रोफेसर डॉ शशि बाला असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रेखा शर्मा डॉ ममता शुक्ला डॉ शैलजा सिंह डॉ स्मृति शिशिर डॉ नीतू सक्सेना डॉ स्मिता सिंह डॉ मनीषा पाल डॉ प्रियंका श्रीवास्तव डॉ दीप्ति गुप्ता डॉ विजय राज लक्ष्मी आदि समस्त प्राध्यापिकाएं कार्यक्रम में उपस्थित रहे। प्राचार्य प्रो रविंद्र कुमार पांडे जी ने अतिथियों के साथ साथ महाविद्यालय के प्राध्यापिकाओ को भी मोमेंटो देकर उनके कार्यों की प्रशंसा की ।
आज का यह कार्यक्रम प्राचार्य प्रोफेसर रविंद्र कुमार पांडे की नव परिकल्पना का प्रमाण है। कार्यक्रम मैं प्रोफेसर रविंद्र कुमार पांडे जी ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
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