गोण्डा। भारत सरकार सहित राज्य सरकार द्वारा गरीबों को दिये जा रहे आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जिम्मेदारी संभाले पूर्ति विभाग और उसके कारिंदे किस कदर अपनी जिम्मेदारी के प्रति लापरवाह और भ्रष्ट हैं इसका जीता जागता उदाहरण जिले के पंडरी विकास खण्ड के ग्राम खरहंटिया में दिखाई देता है जहां केाटेदार गरीबों के राशन पर डाका डालते हुए उन्हें पीडित करने का कोई भी मौका हाथ से जाने नही देता उपर से जब मामले को पूति निरीक्षक के संज्ञान मे लाया जाता है तो वह भी एक तरह से कोटेदार के भ्रष्टाचार को ही संरक्षण देता नजर आता है।
मामला खंरहटिया के कोटेदार राजेश तिवारी से जुडा हैं। यहां के कोटेदार की लगातार मिल रही भ्रष्टाचार की शिकायतो की हकीकत जानने जब शनिवार को पत्रकारो की एक टीम गांव मे पहुची तो शिकायतों को अंबार देखने को मिला। गावं के दर्जनों गरीब उपभोक्ताओ ंने एक स्वर मे ंशिकायत करते हुए बताया कि कोटेदार राजेश तिवारी राशन वितरण मे पूूरी तरह से मनमानी करता है, राशन लेने जाने पर वह उनसे अगूठा तो लगवा लेता है परन्तु राशन किसी दूसरे दिन आकर लेने के कहता है, उसके बाद बार बार जाने पर भी राशन नही देता है यदि दे भी दिया तो मात्रा से कम देता है। कभी कभी किसी माह का राशन देता भी नही है। पीडितो ने बताया कि कोटेदार की इस मनमानी और भ्रष्ट आचरण की शिकायत कई बार की गयी यहां तक की अभी हाल ही में चुनावों के दौरान सांसद से भी शिकायत की गयी लेकिन अपनी लम्बी पहुच के चलते कोटेदार पर कोई कार्यवाही नही होती और वह अपनी मनमानी से बाज नही आ रहा।
मामले पर जब कोटेदार राजेश तिवारी से बात की गयी तो उसने बताया कि यह सब विरोधियों द्वारा लगाया जाने वाला आरोप है। बतातें चले कि कोटेदार राजेश तिवारी को विभाग ने खंरहटिया के साथ साथ महादेवा का भी प्रभार सौंप रखा है।
हद तो तब हो गयी जब इस प्रकरण पर पूति निरीक्षक अतुल श्रीवास्तव से बात की गयी तो उन्होनें एक तरह से भ्रष्टाचार को संरक्षण देते हुए कहा कि जब तक कोई लिखित शिकायत नही मिलती तब तक कोई कार्यवाही नही की जायेगी।
वही गरीब ग्रामीणों की इस परेशानी पर ग्राम प्रधान मनीष वर्मा को अवगत कराने तथा उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो दर्जनों बार प्रयास करने के बाद जब उनसे फोन पर सम्पर्क हुआ तो उन्होनें अपने को गोण्डा में होना बताकर फोन रख दिया।