गोण्डा ! पूरे प्रदेश के साथ गोंडा जनपद में भी जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार के निर्देशन में 21 मार्च से 4 अप्रैल तक चलने वाले पोषण पखवाड़े का समापन आज किया गया । इस पखवाड़े के दौरान जनपद के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर 0 से 6 वर्ष के बच्चों का वजन एवं लम्बाई लेकर कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन किया गया । जिसमें लगभग 4 %बच्चे सैम एवं लगभग 8% मैम बच्चे पाए गए ।
सैम बच्चों को एनआरसी पर भेजने के लिए प्रेरित किया गया जिसके अंतर्गत वर्तमान समय में NRC में सभी बेड फुल हैं । सीडीपीओ शहर अभिषेक दूबे ने बताया कि इस दौरान पूरे विभाग द्वारा कुपोषण को मिटाने हेतु युद्धस्तर पर प्रयास किया गया।
केंद्रों पर पोषण संबंधी जानकारियां दी गई किशोरियों महिलाओं में एनीमिया संबंधित सभी जानकारियां दी गई ।अभिभावकों को न केवल सुपोषित भोजन के बारे में जागरूक किया गया बल्कि साथ ही साथ स्वस्थ बच्चों व उनके अभिभावकों को सम्मानित भी किया गया ।
सीडीपीओ अभिषेक दुबे के द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर में सेमिनार करके बच्चों को जल संरक्षण , स्वस्छ्ता के प्रति जागरूक किया गया एवं लैंगिक समानता पर चर्चाएं हुई । इस प्रकार विभिन्न कार्यक्रमों को करके पोषण पखवाड़ा मनाया गया ।4 तारीख को पोषण पखवाड़े के समापन पर यूनिसेफ से मंडल कोआर्डिनेटर संतोष कुमार , शहर की मुख्य सेविका ममता सिंह के साथ ही जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार ने सक्रिय भूमिका निभाई ।
कंपोजिट विद्यालय पंतनगर के आंगनवाड़ी केंद्र पर जिला कार्यक्रम अधिकारी स्वयं उपस्थित रहे और अपनी उपस्थिति में अंतिम दिवस पर न केवल और बच्चों का वजन किया बल्कि अभिभावकों को बुला करके उन्हें पोषण संबंधी जानकारियां दी एवं पोषण के महत्व को समझाया । इस बीच विभिन्न प्रकार की रेसिपी प्रतियोगिताएं कराई गई और बताया गया किस प्रकार दलिया , चने और हरी सब्जियों से पोषक तत्वों की पूर्ति होती है ।
शहर परियोजना के बाल विकास अधिकारी अभिषेक दुबे ने बताया कि शहर परियोजना की आंगनवाड़ी कार्यकार्तियों द्वारा पोषण पखवाड़े को पूरी परियोजना में सफल तरीके से एक उत्सव की तरह मनाया गया ।
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