स्कीम वर्कर समन्वय समिति के बैनर तले आशा बहु आशा संगिनी ने की मांग, पंडरी कृपाल अधीक्षक को तत्काल हटाया जाए
गोण्डा। पंडरी कृपाल सी एच सी पर अधीक्षक व कर्मचारियों के बीच चल रही रस्सा कसी अब धीरे धीरे कर्मचारियों व अधिकारियो के लिए अपने अस्तित्व की लड़ाई बनती जा रही है।अधीक्षक व कर्मचारियों के बीच उपजा विवाद ब्लॉक से अब जिले में मुख्यालय की चौखट पर पहुंच गया है।कर्मचारियों के समर्थन में जहां अभी तक आशा बहु आशा संगिनी आये थे वही अब सीटू जैसे संघटन से सम्बद्ध स्कीम वर्कर समन्वय समिति भी इस लड़ाई में कूद पड़ी है।
शुक्रवार को जिले की आशा बहुओं व संगिनियों के साथ स्कीम वर्कर समन्यवय समिति ने एक दिवसीय धरने का आयोजन जिला मुख्यालय पर सी एम ओ कार्यालय के बगल जिला अस्पताल के प्रांगण में आयोजित किया।जहां अधिकारियों को चेतावनी देते हुए वक्ताओं ने कहा कि यदि भ्रष्ट अधीक्षक पूजा जैसवाल को हटाया नही गया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। सभी ने एक सुर में बकाया भुगतान,सी एच सी, पी एच सी ,पर प्रसूताओं को दिए जाने वाले भोजन में बरती जा रही अनियमितताओ, जबरन वसूली को लेकर चेतावनी देते हुए इसमें तत्काल सुधार करने की मांग की है। आंदोलित कर्मचारियों की ओर से 10 बिंदुओं पर आधारित एक मांग पत्र ज्ञापन के माध्यम से सी एम ओ को दिया गया।
अभी तक यह लड़ाई पंडरी कृपाल सी एच सी के कर्मचारियों के बीच तक ही सीमित थी लेकिन अब इसका दायरा अधिकारियों की एक पक्षीय कार्यवाही के चलते बढ़ता जा रहा है। जिसमे अब अधीक्षक पूजा जैसवाल को हटाए जाने के साथ ही जिले के स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगाए जाने की मांग के साथ कर्मचारी लामबंद हो गए है
सनद रहे दो हफ्ते पूर्व पंडरी कृपाल अधीक्षक पूजा जायसवाल के द्वारा कर्मचारी पूनम शुक्ल को कथित रूप से मारने की बात को लेकर कर्मचारियों व अधीक्षक के बीच विवाद उत्पन्न हुआ था।मामले को बढ़ता देख सी एम ओ ने एक तीन सदस्यीय समिति का गठन कर जांच के आदेश दिए थे।लेकिन एक हफ्ते पश्चात सी एम ओ कार्यालय के द्वारा पंडरी में तैनात चार कर्मचारियों को हटा दिया गया,जबकि कर्मचारी अधीक्षिका पूजा जैसवाल को हटाए जाने की मांग कर रहे थे,हुआ इसका उल्टा।इस बात से आहत कर्मचारियों ने फिर भ्रष्टाचार को लेकर अधीक्षिका व सी एम ओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
इसी कड़ी में आशा बहु व संगिनी ने पहले पंडरी अस्पताल के कार्यों का बहिष्कार कर अधीक्षिका का घेराव कर अस्पताल गेट पर प्रदर्शन किया था।जिसमे अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर टी पी जैसवाल को जांच सौपी गयी थी पंडरी पहुंचने पर उन्होंने दोनों पक्षो से बात कर तीन दिन में इसके निस्तारण की बात कही थी लेकिन दो हफ्ते बीत जाने में पश्चात भी कोई हल नही निकला।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुशार आशा संगिनी व आशा बहुओं ने आज अपने समर्थक संघटनो के साथ सी एम ओ कार्यालय पर धरना दिया व 10 बिंदुओं पर आधारित एक ज्ञापन मुख्य वक्ता दिलीप शुक्ल संयोजक देवीपाटन मंडल जिला मंत्री संतोषी देवी बिंदु सिंह सत्यनारायण तिवारी मंडल अध्यक्ष बिजली कर्मचारी नेता कामरेड रामकृपाल यादव रेणु आशा रानी देवी पाल मंडल अध्यक्ष मीनाक्षी खरे मंडल ।महामन्त्री अभय श्रीवास्तव ने सी एम ओ को सौंपा।इस संबंध में बात चीत करने पर सी एम ओ ने यह कह कर बात खत्म कर दी कि अभी मैं इस संबंध में कोई बात नही करूंगा।
अधिकारियों व कर्मचारियों में चल रही इस खींचतान में ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो वक़्त बताएगा,लेकिन पंडरी कृपाल में चल रहा यह विवाद स्वास्थ सेवाओ पर विपरीत प्रभाव डाल रहा है जो स्पष्ट दिखाई देता है।
आशा संगिनी व आशाओ के कार्य बहिष्कार का प्रभाव कार्य क्षेत्र में स्वास्थ्य योजनाओ पर भी पड़ रहा है।
अब देखना यह है कि इस विवाद का निपटारा स्वास्थ विभाग किस तरह करता है।
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