राममन्दिर आंदोलन मे ंनही थी ठाकरे परिवार की कोई भूमिका, उत्तर भारतीयों से मांफी मांगें राजठाकरे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी राजठाकरे से न मिलने की अपील
गोण्डा। महाराष्ट् नवनिर्माण सेना प्रमुख राजठाकरे की अयोध्या आने और भगवान राम के दर्शन करने की घोषणा ने महाराष्ट् के साथ ही उत्तरप्रदेश की राजनीति में भी भूचाल ला दिया है। उनके इस घोषणा से आका्रेषित सांसद कैसरगंज बृजभूषण सिंह ने उन्हें चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्हें पहले उत्तर भारतीयों के प्रति अपने दुव्र्यहार के लिए माफी मांगनी चाहिए, ठाकरे परिवार का राममन्दिर आन्दोलन में किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नही थी। इतना ही नही उन्होनंें मुूख्यमत्रंी योगी आदित्यनाथ से भी अपील की कि वे राजठाकरे से मुलाकात न करें।
देश भर मे चल रहे लाउडस्पीकर बवाल के बीच राजठाकरे का यह बयान कि वे अपने कार्यकर्ताओं के साथ अयोध्या दर्शन के लिए जायेगें। उनके इस ऐलान के बाद गर्म हुयी महाराष्ट् की राजनीति ने उत्तरप्रदेश की राजनीति का भी पारा चढा दिया है। राजठाकरे के ऐलान पर उप पर पलटवार करते हुए कैसर गजं के सांसद तथा भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने उन्हें चेतावनी देते हुए कहा है कि वह उन्हें अयोध्या की सीमा मे घुसने नही देगें। सांसद का यह बयान इसलिए आया है कि पिछले दिनों राजठाकरें ने महाराष्ट् मे उत्तर भारतीयो ंको लेकर बहुत ही अशोभनीय बयान दिया था, अपने बयानो से उन्होनें उत्तरभारतीयों को अपमान भी किया था।
उन्होनें राजठाकरे से कहा कि यदि उन्हें अयोध्या आना है तो उन्हें सबसे पहले सभी उत्तर भारतीयो ंसे हाथ जोडकर मांफी मांगनी होगी।सांसद कैसरगंज ने इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी अपील की है कि वे राजठाकरे से मुलाकात न करें।
यहां यह भी बताना आवश्यक है कि अपने लगातार किये गये टवीट में सांसद ने ठाकरे परिवार पर बडा हमला करते हुए यह भी कहा है कि राम मन्दिर आन्दोलन मे ठाकरे परिवार की किसी भी तरह की कोई भूमिका नही थी। राममंन्दिर आन्दोलन में उसके आन्दोलन से लेकर निर्माण तक राष्ट्ीय स्वयंसेवक, विश्व हिन्दू परिषद तथा भारत की आम जनता की भूमिका रही है।
You must be logged in to post a comment.