बालासोर (उडीसा)। पारिवारिक कलह और अंधविश्वास का असर कितना गहरा हो सकता है इसकी बानगी देखनी हो तो उडीसा से मिल रही इस खबर को देखिये जिसमें पारिवारिक कलह समाप्त करने के दावे पर यकीन कर एक महिला के परिजनो ने एक तात्रिक के पास महिला को महीनो तक छोड दिया। एक दो दिन नही बल्कि पूरे 79 दिनों तक तांत्रिक महिला को अपनी हवस का शिकार बनाता रहा, हैरानी करने वाली बात तो यह है कि इस दौरान महिला का दो वर्ष का बेटा भी उसके ही साथ रहा और तांत्रिक बेटे के सामने ही महिला का शोषण करता था। महिला के साथ हो रही प्रताणना का खुलासा तब हुआ जब मौका पाकर महिला ने अपने परिजनो को इस बात की सूचना दी जिस पर पहुची पुलिस ने महिला को वहा से आजाद कराया लेकिन आरोपी फरार बताया जा रहा है।
घटना का खुलासा विगत 28 अर्प्रल को उस समय हुआ जब तात्रिक भूलकर अपना मोबाइल उसी कमरे में छोडकर कही गया हुआ था। मौका पाकर महिला ने अपने परिजनो को पूरी घटना से अवगत कराया जिस पर परिजनो ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। जानकारी पर पहुची पुलिस ने पीडित महिला और बेटे को तांत्रिक के कमरे से आजाद कराया लेकिन तब तक तांत्रिक वहा से फरार हो चुका था। बताजा रहा है कि पारिवारिक कलह के चलते परिजनो ने तांत्रिक से सम्पर्क किया था जिस पर तात्रिक ने आश्वासन दिया कि यदि महिला कुछ महीनो तक उसके साथ रहेगी तो समास्या का समाधान हो जायेगा।
महिला का कहना है कि वह तात्रिक के साथ जाने को राजी नही थी लेकिन उसकी सास ने उसे बेहोश कर तांत्रिक के हवाले कर दिया था। परिजनो ंने महिला के साथ उसके दो वर्ष के बेटे केा भी वहा भेज दिया था। तात्रिक की कैद और महीनो तक चले शोषण के बाद आजाद हुयी महिला ने अपने पति, सास, ससुर के विरूद्व प्राथमिकी दर्ज करा दी है।
मामले पर बालासोर पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। तात्रिक की भी पहचान कर ली गयी है जिसका नाम एस के तारफ है उसकी भी तलाश की जा रही है।
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