सुबह से ही बंद रहा अस्पताल में सफाई कार्य, एफ आई दर्ज होने तक धरने पर बैठे रहे कर्मचारी
गोण्डा।जिला अस्पताल में सफाई कर्मचारी रामू बाल्मीकि से जबरन तेजाब से सफाई कराए जाने वाले प्रकरण ने अब तूल पकड़ लिया है।इस प्रकरण में चार दिन पूर्व अखिल भारतीय सफाई मजदूर काँग्रेस संघ के देवीपाटन प्रभारी/प्रचार मंत्री राजू बाल्मीकि ने जिला अस्पताल में सफाई सेवा प्रदाता फर्म ए एन कपूर के ठेकेदार सुपरवाइजर के विरुद्ध कई गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराए जाने के लिये एक मांग पत्र जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान को दिया था।जिसमें मुकदमा दर्ज न किये जाने तक सम्पूर्ण कर्मचारियों के द्वारा सफाई कार्य न किये जाने की बात कही थी।पत्र में 23 मई को अस्पताल में सफाई कर्मचारियों के द्वारा धरना प्रदर्शन की भी चेतावनी दी थी।
सोमवार को पूर्व घोषित कर्यक्रम के तहत सभी सफाई कर्मचारियों ने काम बंद कर इमरजेंसी गेट के बगल एम्बुलेंस पार्किंग के सामने प्रदर्शन किया। सुबह से अस्पताल में सफाई कार्य बंद रहा जिससे भीषण गंदगी अस्पताल में चारो ओर फैली रही।जिसकी सूचना मिलते ही प्रमुख अधीक्षक इंदुबाला व मुख्य चिकित्साधिकारी आर एस केशरी कर्मचारियों को समझने बुझाने के लिए उनके पास गए।आंदोलित कर्मकजरियो व अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के प्रचार मंत्री रानू बाल्मीकि ने ठेकेदार सुपरवाइजर को हटाए जाने व मुकदमा पंजीकृत न किये जाने तक कार्य का बहिष्कार जारी रखने की बात कही।थोड़ी देर के बाद कोतवाल नगर वहां पहुंचे उनके मुकदमा दर्ज करने के आश्वासन के पश्चात कर्मचारी शांत हुए।
दोपहर करीब 2 बजे रामु बाल्मीकि के तहरीर पर कोतवाली नगर में सेवा प्रदाता फर्म ए एन कपूर के विश्वनाथ मिश्रा, राजेश सिंह, राकेश सिंह, संतोष पांडेय, कुछ अज्ञात ठेकेदार पता अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा अपराध संख्या 0343/22 पर धारा 374,506, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति निरशंसता 3(1)(द)निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। जिसकी जांच सीओ सदर को सौंपी गई है।
सफाई कर्मचारियों के द्वारा कार्य बहिष्कार किये जाने पर अस्पताल में सफाई की व्यवस्था कैसे सुचारू रूप से चलेगी जब इस संबंध में प्रमुख अधीक्षक इंदुबाला से बात की गयी तो उन्होंने बताया की समस्या तो है लेकिन जब तक कर्मचारी वापस नही आते अस्पताल में उपलब्ध नियमित सफाई कर्मचारियों से किसी तरह कार्य लिया जाएगा।
खबर लिखे जाने तक कर्मचारी काम पर नही लौटे थे।
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