गोण्डा ! धार्मिक आयोजन हेतु लगाए गए बल्ली को चुराने का आरोप लगा एक पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष के बालक की पिटाई के बाद वीडियो वायरल कर मामले को सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास लोगो की समझदारी और पुलिस के हस्तक्षेप के चलते विफल हो गया !
प्रकरण कोतवाली देहात अंतर्गत ग्राम धानी का है जहां एक समुदाय के चल रहे धार्मिक आयोजन के लिये रास्ते के दोनों ओर बल्लियां लगाई गई थी, धानी से लगभग तीन किलोमीटर दूर स्थित गांव नारायणपुर निवासी एक बालक सोमवार की शाम उसी रास्ते से अपने गांव जा रहा था, बालक रास्ते मे लगी बल्लियों के पास पहुंचा ही था कि आयोजन में शामिल कुछ लोगो ने बालक पर बल्लियां चोरी करने का आरोप लगाते हुए उसको पिटाई कर दी !
नारायणपुर प्रधान प्रतिनिधि राजेश चौबे ने बताया कि पिटाई होने के बाद बालक से मिली सूचना पर परिजनों ने जब उनसे संपर्क किया तो उन्होंने पुलिस को सूचना देते हुए अपने वाहन से घटना स्थल पर पहुँच गए, वहां उपस्थित लोगों से मामले की जानकारी ले ही रहे थे तभी पुलिस भी वहां आ गई, पुलिस ने मामले को शांत कराने के लिये प्रधान प्रतिनिधि से वार्ता उपरांत सभी को डांट कर वहां से भगा दिया !
प्रधान प्रतिनिधि के अनुसार जब वे वहां से जाने लगे तो उनके वाहन में रखा हुआ उनका लाइसेंसी असलहा गायब दिखाई दिया जिसकी जानकारी पुलिस को देने पर उन्होंने दूसरे पक्ष से बात कर असलहा बरामद कर प्रधान प्रतिनिधि को वापस कर दिया !
वहीं मामले को सांप्रदायिक रंग देने के लिये एक पक्ष ने वीडियो वायरल कर बताया कि लोग उनके त्योहार में बाधा डालने के लिये सैकड़ो की संख्या में आये थे जिनको जब जवाब दिया गया तो वहां से भागते हुए अपना असलहा छोड़ गए, वीडियो में एक लड़का छोड़े गए असलहे को लिये भी दिखाई देता है ! वीडियो में यह भी कहा जा रहा है कि असलहा पुलिस को सौंप दिया जाएगा !
हालांकि कोतवाल देहात कमलाकांत त्रिपाठी ने बताया कि मामला बच्चो के बीच हुए विवाद का है, दोनों पक्षो को पाबंद किया जा रहा है, चूंकि किसी भी पक्ष की ओर से कोई तहरीर नही मिली है इसलिये किसी भी तरह का मामला दर्ज नही किया गया है, असलहे से संबंधित विवाद पर उन्होंने भी प्रधान प्रतिनिधि के बयान का ही समर्थन किया !
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