कबाड़ तमंचा दिखाकर पुलिस खुद करा रही अपनी छीछालेदर
गोण्डा ! मनमाना प्रेसनोट जारी करने वाले पुलिस विभाग और उसपर आंख मूंद कर समाचार प्रकाशन करने वाले पत्रकारों को बुधवार को गिरफ्तार किए गए एक आरोपी ने आईना दिखाने के साथ जिले की पुलिस विभाग की कलई भी खोलकर रख दी !
ज्ञात हो कि बुधवार को जारी प्रेसनोट में पुलिस ने हमेशा की तरह स्वयं अपनी पीठ थपथपाते हुए एक मुड़भेड़ में एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार करने का दावा किया, अभी हाल ही में जिले का कार्यभार संभालने वाले पुलिस विभाग के मुखिया आकाश तोमर ने भी प्रेस नोट जारी करने के साथ सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर इस कार्यवाही का गुणगान और बखान किया !
पिछले काफी समय से जिले की पुलिस ने अपनी कार्यप्रणाली में शामिल कर लिया है कि गिरफ्तारी के बाद आरोपी को मीडिया से बात नही करने देना है और खास बात तो ये है कि जिले के ज्यादातर और मुख्य मीडियाकर्मी पुलिस के इस कार्यप्रणाली का समर्थन करते हुए एक तरफा और मानक विहीन समाचार का प्रकाशन कर जी हुजूरी में लगे रहे !
अब बात करते है बुधवार को गिरफ्तार किये गए आरोपी की, घायल होने के चलते अस्पताल पहुंचे आरोपी से संयोगवश हमारे संवाददाता की मुलाकात हो गई जिसने जब आरोपी से बात करने की कोशिश की तो यहाँ भी मौजूद दरोगा और सिपाही ने अपना पूरा प्रयास लगा दिया कि आरोपी से मीडियाकर्मी बात न कर सके, लेकिन जब मुड़भेड़ के आरोपी राम उजागर पुत्र हनोमान निवासी इटियाथोक ने अपनी बात रखी तो पुलिसिया कार्यप्रणाली की परत दर परत सामने आ गई !
राम उजागर ने पुलिस की पोल खोलते हुए बताया कि विगत पंचमी को उसका अपने एक पट्टीदार से विवाद हो गया था जिसकी शिकायत करने उसकी पत्नी थाने गई थी लेकिन उसकी बात सुनना और कार्यवाही करना तो दूर उल्टे पुलिस गाँव के लोगो के सामने ही खुद उसे ही उठा लाई और दो मोटरसाइकिल पर सवार चार लोगों के सुपुर्द कर दिया, आज इन लोगो ने उसे एक सूनसान जगह पर ले जाकर पैर में गोली मार दी और फिर लाकर अस्पताल में भर्ती करा दिया है, उसने यह भी स्वीकार किया कि उसके ऊपर कई मुकदमे दर्ज है लेकिन आज की गई पुलिस की कार्यवाही पूरी तरह फर्जी है ! जबकि एसपी आकाश तोमर द्वारा बताया गया है कि आरोपी को पुलिस मुड़भेड़ में गिरफ्तार किया गया है तथा उसके पास से कुछ नगदी के साथ अवैध तमंचा, कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है !
यहां ध्यान देने वाली एक बात और है कि पुलिस जिस तमंचे की बरामदगी दिखा रही है उसे देखकर कोई असलहों से पूरी तरह अनभिज्ञ व्यक्ति भी बता सकता है कि इससे न तो फायर ही किया जा सकता है और न ही कोई अपराधी इसे अपने साथ रखेगा
फिलहाल एसपी आकाश तोमर ने इस कथित मुड़भेड़ का सारा श्रेय कोतवाल नगर पंकज सिंह, एसओजी प्रभारी अमित कुमार और उनकी टीम को दिया है ! यहाँ यह भी बताना आवश्यक है कि कुछ प्रमुख समाचार पत्रों ने भी परंपरा का निर्वहन करते हुए पूर्व की तरह पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर में अपनी पूरी निष्ठा का प्रदर्शन करते हुए जारी प्रेसनोट को यथावत उचित स्थान भी प्रदान किया है !
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