राजीव और गहलोत के अलावा किसी का लगाया नारा तो पुलिस करेगी गिरफतार
जयपुर (राजस्थान)। वैसे तो इस तथ्य से लगभग सभी भारतवासी परिचित है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेेस में आन्तरिंक लोकतंत्र का पूरी तरह से अभाव है, पार्टी पूरी तरह से तानाशाही और चाटुकारिता के तौर तरीकों से संचालित की जाती है लेकिन लोग यह नही जानते होगें कि यह पार्टी अपने ही कार्यकर्ताओं को पुलिस की धमकी देकर उनसे मनमाना बर्ताव करने को विवश भी करती है। तेजी से वायरल हो रहा वीडियो इस बात की भी गवाही दे रहा है कि प्रदेश में शासन व्यवस्था प्रदेश की सरकार नही बल्कि पार्टी संगठन अपने तरीकों से संचालित कर रहा है।
सोशल मीडिया मेें एक वीडियो आजकल तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक मंच सजा हुआ दिखाई दे रहा है और कांग्रेस के एक नेता अपने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे है। मंच के उपर राजीव गांधी के नाम से संचालित एक कार्यक्रम का बैनर भी लहराता दिखाई दे रहा है।
कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करना तो आम बात है, खास बात तो यह है कि नेता कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कह रहा है कि कोई किसी के नारे नही लगायेगा, बस दो ही नारे लगाये जायेगें पहला राजीव गांधी अमर रहे और दूसरा अशोक गहलोत जिन्दाबाद, इसके आगे वह धमकी भी दे रहा है कि यदि किसी ने राजीव गांधी और अशोग गहतोल के अलावा किसी तीसरे का नारा लगाना चाहता है तो वह सभा से उठकर जा सकता है फिर हमे दोष मत देना।
नेता इसके बाद कार्यकर्ताओं को धमकाते हुए कहता है किस यदि किसी ने तीसरा कोई भी नारा लगाया तो उसे पुलिस गिरफतार कर लेगी, बन्द कर देगी, सरकारी केस लग जायेगा। केवल आपको ताली बजानी है, नारे बस दो ही लगेगें।
अब सोचने वाली बात तो यह है कि कार्यकर्ताओं को इस तरह से धमकी देना कहां तक उचित है, क्या यही कांग्रेस का लोकतत्रं, क्या इसी को कांग्रं्रेसी लोकतंत्र कहते है। ध्यान देने वाली एक महत्वपूर्ण बात तो यह है कि नेता कार्यकर्ताओं को पुलिस की धमकी देता है जिसका मतलब है राजस्थान की पुलिस सरकार नही बल्कि कांग्रेस संगठन के इशारों पर चलती है जो उसके इशारे पर किसी को भी अन्दर कर उसे सरकारी मुकदमों के फंसा सकती है।
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