गोण्डा। एल.बी.एस. कॉलेज के हिंदी विभागाध्यक्ष और शोध केंद्र के प्रभारी प्रो० शैलेन्द्र नाथ मिश्र के शोध निर्देशन में विपिन राम पगारे ने ‘वर्तमान समय और समाज की चुनौतियाँ : समाधान तुलसी साहित्य’ विषय पर शोध कार्य पूर्ण कर लिया है।
यह इस दृष्टि से विशेष महत्त्वपूर्ण है कि जब वर्तमान समय में तमाम वैश्विक चुनौतियाँ बेहिसाब बढ़ती जा रही हैं, तब महाकवि तुलसीदास के साहित्य द्वारा उन चुनौतियों से कैसे पार पाया जा सकता है। यह शोध कार्य इसी समाधान की भावना पर केंद्रित है।
विपिन राम पगारे परिश्रमी शोधक हैं। महत्त्वपूर्ण यह कि वे पूर्वोत्तर सीमा रेलवे, गुवाहाटी में राजभाषा अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हैं और तरह-तरह की सामाजिक-आर्थिक-राजनैतिक चुनौतियों के उन्मूलन हेतु शोधरत हैं। ऐसी उम्मीद की जानी चाहिए कि डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या की पीएच.डी. उपाधि के लिए किया गया यह शोध कार्य एक नए अध्याय का सूत्रपात करेगा।
आठ अध्यायों में विभक्त इस शोध कार्य द्वारा तुलसीदास के जीवन एवं व्यक्तित्व सहित समय और समाज की अवधारणा, मानव सभ्यता तथा वर्तमान समाज, वर्तमान समाज की विविध चुनौतियों – सामाजिक-धार्मिक-राष्ट्रीय-वैश्विक का गहन विश्लेषण और तुलसीदास के साहित्य से समाधान का मार्ग सुझाया गया है।
रामचरितमानस के 446 वें जन्मदिन पर माँ भारती के कोष को समृद्ध करने वाला यह उपहार तोषप्रद है।