जिला अस्पताल में “आभा” ऐप के द्वारा होगा पर्चा आवेदन
लोगों को मिलेगा एक ही बार कोड वा भीड़ से राहत
गोंडा। केंद्र एवम राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से जिला अस्पताल स्वास्थ विभाग अब एक नई महत्वकांक्षी योजना को अस्पताल सेवाओं से जोड़ कर लागू करने जा रहा है। इसके लिए केंद्र सरकार के द्वारा लांच किए गए “आभा” ऐप को अस्पताल प्रशासन के द्वारा प्रयोग किए जाने एवम उसके लागू किए जाने के लिए एक उच्च स्तरीय निरीक्षण टीम जिला अस्पताल का दौरा करने आई थी। जिसमे संयुक्त निदेशक एवम स्टेट सर्विलांस अधिकारी अपने सहायको के साथ निरीक्षण करने जिला अस्पताल पहुंचे थे।
इस विषय पर जिला चिकित्सालय प्रशासन प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर पी डी गुप्ता की माने तो अब आभा ऐप पर समस्त रोगियों को दिखाने के लिए पर्चे का आवेदन घर बैठे ही मुमकिन होगा।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार एवम केंद्र सरकार के द्वारा संयुक्त रूप से आभा ऐप का संचालन रोगियों के लिए किया जाना है। इसके क्रियान्वन के लिए ही टीम जिला चिकित्सालय पहुंची थी। इस टीम में डॉक्टर मनोज स्टेट सर्विलांस अधिकारी,जिला सर्विलांस अधिकारी संचारी रोग विभाग एवम केंद्रीय डॉक्टर मोहित सिंह ज्वाइंट डायरेक्टर,संयुक्त निदेशक आयुष्मान भारत , भारत सरकार शामिल थे।
उन्होंने अस्पताल प्रशासन को आदेशित करते हुए राज्य एवम केंद्र सरकार के द्वारा मरीजों के हितलाभ के लिए बनाए गए आभा ऐप को शुरू किए जाने के लिए जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन कराए जाने को कहा है।
आभा ऐप के द्वारा अब देश एवम प्रदेश के मरीजों का रिकार्ड सुरक्षित किए जाना है। जिसके लिए मरीजों एवम तीमारदारों को अपने मोबाइल फोन पर आभा ऐप को डाउनलोड करना होगा। दिए गए निर्देशों को पूरा करते ही मरीज का आवेदन हो जायेगा और उसे एक बार कोड प्राप्त होगा। मरीज जिस मोबाइल नंबर से अपना रजिस्ट्रेशन कराएगा उस नंबर पर बार कोड प्राप्त होने के बाद जितनी बार भी इस नंबर से आवेदन होगा बार कोड नही बदलेगा।इसे यूं समझे कि, बार कोड एक आवेदन अनेक। सरकार की आयुष्मान भारत योजना भी इसी ऐप पर संचालित होती है। इसके द्वारा मरीज अब घर बैठे ऑन लाइन आवेदन कर सकेंगे। मरीज बार कोड पर्चा काउंटर पर दिखा कर पर्चा भी प्राप्त कर सकता है।
निरीक्षण करने पहुंची टीम ने आयुष्मान भारत काउंटर, एवम अस्पताल की ओपीडी, पर्चा काउंटर, का गहनता से निरीक्षण भी किया।टीम ने हेपेटाइटिस बी के लिए एक क्लीनिक की शुरुआत किए जाने का भी निर्देश दिया है। इसके लिए पहले से ही हेपेटाइटिस बी नियंत्रण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिसमे एक और कड़ी जोड़ते हुए अस्पताल प्रशासन को अब क्लिनिक का संचालन भी करना होगा।
जिसमे हेपेटाइटिस बी संक्रमित मरीजों का इलाज भी किया जाएगा। इसके लिए एक टीम भी गठित की गई है,जिसमे डॉक्टर।कुलदीप पांडे,डॉक्टर अखिलेश त्रिपाठी,पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर जगदीश,डॉक्टर दीपक सिंह,फार्मशिष्ट अजय त्रिपाठी शामिल है। सरकार ने मरीजों के हित को देखते हुए अब आभा ऐप को केंद्रीकृत किए जाने एवम इसे चिकित्सालय में लागू किए जाने के लिए दिशानिर्देश भी जारी कर दिए हैं।
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