गोण्डा। थाना उमरीबेगमगंज बाहूबलियों एंव अपराधियों की शरणस्थली बन चुका है यहां कानून का उल्टा राज कायम है। यहां पीडितों में भय व्याप्त है और अपराधियो के हौसले बुलन्द है। इस गठजोड की वजह से पीडितों को न्याय नही मिल पा रहा है। इसकी वजह से क्षेत्र में अपराधियों का भय व्याप्त हो गया है जिससे लोगों का जीना मुश्किल हो रहा हैं। लेकिन पुलिस अपनी पीठ अपने हाथों थपथपाते हुए सामाजिक न्याय का बखान करने से नहीं थक रही जिसकी झलक यहां की दो अलग अलग घटनाओं से स्पष्ट दिखाई दे रही है।
प्रथम घटना इसी थाना क्षेत्र के चंगेरी गांव के है जहां रामदुलारे यादव पुत्र रामसुमिरन पर दबंगो ने उस समय अचानक जानलेवा हमला कर दिया जब वह अपने गांव के ही निवासी विश्राम पुत्र भगौती का टीन रखवा रहा था। पिता पर अचानक हुए हमले को देखकर उसकी चौदह वर्षीय नाबालिग पुत्री पूनम जब बचाने पहुचीं तो दबंगो ने उस पर भी हमला कर दिया जिससे दोनों गम्भीर रूप् से घायल हो गये। इस घटना में जहां रामदुलारे का हाथ टूट गया और मूहं मे भी गम्भीर चोट आयी वहीं पूनम के सर में भी गम्भीर चोट आ गयी जिन्हे ंजिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।
घटना के सम्बध में दी गयी तहरीर में विजय सिंह पुत्र करीमन सिंह, नीतेश कुमार पुत्र जगदीश सिंह के नामजद करते हुए कहा गया है कि पुरानी रंजिश रूप्यों के लेनदेन मे ंगवाह होने के चलते अचानक रामदुलारे को मारने लगे बचाने पहुची उसकी बेटी पूनम को भी जाने से मार देने की नीयत से बुरी तरह मारने लगे। चीख पुकार सुन गांव के लोग दौडे तो हमलावर भाग गये।
पीडित घायल पूनम व उसके पिता रामदुलारे ने बताया कि विपक्षी बाहूबली एंव अपराधी हैं। विजय सिंह पुत्र करीमन सिंह हत्या एवं बलात्कार का मुलजिम है। वह रोज गांव से अस्पताल खाना लेकर आने वाले लोगो को मदद न करने की धमकी भी दे रहा है। पुलिस ने उसे अभी तक पकडा भी नहीं, वे अस्पताल मे ंआकर सुलह का दबाव भी बना रहे हैं।
इस मामले मे पुलिस अभी तक 168 बीतने के बाद भी मात्र एनसीआर दर्ज कर कार्यवाही का ढोग ही रचाने मे ंव्यस्त है। इस घटना में पीडितों को सुसंगत धाराओं मे मुकदमा न दर्ज कर पुलिस खुलेआम अपराधियों के शरण पर मुहर लगा रही है और अपराधी पीडितो को चिकित्सालय में घुस सुलह की धमकी भी दे रहे हैं।
इसी तरह दूसरी घटना भी इस क्षेत्र की पुलिस एवं बाहुबलियों के गठजोड को बया कर रही है जिसमें चौहानपुरवा गांव में एक पन्द्रह वर्षीय युवक पर दबंगो ंने मात्र इसलिए चाकूओं से जानलेवा हमला कर दिया क्योकिं वह रामव्याह में स्टेज के सामने कुर्सी लगा बैठ गया था। जो बाहूबलियों को नागवार लग गया और उसपर घात लगा चाकूओं से हमला कर दिया। जिसे गम्भीर घायल अवस्था मे ंजिला चिकित्यालय में भर्ती करया गया है जंहां उसकी हालत नाजुक बनी हुयी है।
घटना के बारे मे परिजनों ने बताया कि कन्हैयाकुमार बीती रात भमैचा गांव में हो रहे रामव्याह के कार्यक्रम में गया हुआ था जहां प्रिन्शू िंसह नामक युवक से उसका विवाद आगे बैठने को लेकर हुआ था। इसी बात पर उसने कन्हैया पर चाकूओं से हमला कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर डायल 100 मौके पर पहुची भी थी जो घायल कन्हैया को थाने ले गयी जहां उसकी गम्भीर अवस्था को देखते हुए भी रात्रि भर थाने मे ही बैठाये रखा गया। घटना के 18 घंटे के बाद उसे डाक्टरी परीक्षण के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया।
इन दोनों ही घटनाओ ंमे ंथाना उमरी बेगम गंज पुलिस ने न तो अपराधियों व बाहूबलियों के विरूद्व कोई त्वरित निरोधात्मक कार्यवाही ही की और न ही पीडितो को सुसंगत धाराओं में मुकदमा ही दर्ज किया। दोनों ही मामलो मे पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर मामले को ंदबाने का ही प्रयास किया। थाना उमरीबंगमगंज पुलिस की यह कार्यशैली जहां पीडितों में भय का माहौल पैदा कर रही है वहीं अपराधियों के हौसलों को बुलन्द भी कर रही है।
दोनों ही घटनाओ के बारे मे ंजब एसओ उमरीबेगमगंज जीतेन्द्र से जानकारी चाही गयी तो उन्होनें मामले को यू टर्न देते हुए यह कहकर पल्ला झाड लिया कि दोनों ही घटनाये बीती रात की है और वे सुबह ग्यारह बजे नये थानाध्यक्ष के