गोण्डा। 14 फरवरी पाश्चात्य संस्कृति के अनुसार वैलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाता है। परंतु लगभग 10 वर्षों से जोधपुर कारागार में बंद संत आसाराम बापू की प्रेरणा से इसी दिन भारत के साथ कई अन्य देशों में भी मातृ पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी श्रृंखला में संत आशाराम आश्रम विमोर ग्राम गोंडा में भी 14 फरवरी को मातृ पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम में सबसे पहले बच्चों ने अपने माता-पिता को आसन देकर अपने सामने बैठाया। उसके बाद बच्चों ने माता-पिता का तिलक किया। तिलक करने के बाद बच्चों द्वारा माता-पिता पर अक्षद व पुष्प वर्षा के साथ माता पिता का माल्यार्पण किया।तत्पश्चात बच्चों ने माता-पिता को मिठाई खिलाई। फिर बच्चों ने माता-पिता को सादर प्रणाम किया। तत्पश्चात बच्चों द्वारा माता पिता की आरती उतारी गई। फिर माता-पिता ने बच्चों को गले लगा कर , मिठाई खिलाकर एवं माला आदि पहना कर आशीर्वाद दिया। अंत में बच्चों ने माता-पिता की परिक्रमा की।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से योग वेदांत सेवा समिति के अध्यक्ष कैलाश चंद्र लधवानी, कोषाध्यक्ष संतोष निभानी, शंभू शरण शुक्ला, रामेश्वर पांडे, नारायण पांडे, पम्मी गर्ग, गोलू एवम् राजेश आदि उपस्थित रहे।
You must be logged in to post a comment.