सीएचसी अधीक्षकों को डीएम का सख्त निर्देश, शासन की मंशानुसार जनसामान्य को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराएं
गोण्डा। जिलाधिकारी डाॅ0 उज्ज्वल कुमार की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत चलाए जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक में प्रस्तावित एजेंडा के आधार पर यू0पी0एच0एम0आई0एस0 हेल्थ डैशबोर्ड, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, कम्युनिटी प्रोसेस, राष्ट्रीय कार्यक्रम नान कम्युनिकेबल डिजीज, एन0सी0डी0, एन0बी0सी0पी0, आर0एन0टी0सी0पी0, पी0एम0एम0वी0वाई0, नियमित टीकाकरण, वैक्सीनेशन, जननी सुरक्षा व मातृ वंदना योजना के तहत भुगतान की स्थिति, आशा इन्सेन्टिव, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, ओपीडी व आईपीडी की स्थिति, प्राथामिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा सीएचसी पर बेडों की ऑक्यूपेंसी की स्थिति तथा वित्तीय समीक्षा सहित अन्य योजनाओं की जिलाधिकारी द्वारा गहन समीक्षा की गई।
वहीं जिला स्वास्थ समिति की समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं की समीक्षा की गई। समीक्षा में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० रश्मि वर्मा को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद के सभी सीएचसी अधीक्षक एवं पीएचसी अधीक्षकों की प्रतिदिन जूम के माध्यम से उपस्थिति को चेक करना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही बैठक में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत माह फरवरी, 2023 का भ्रमण की समीक्षा की गई, इसके साथ ही एनआरसी में भर्ती बच्चों की समीक्षा की गई, आरसीएच पोर्टल फीडिंग के स्टेटस की समीक्षा की गई, एनपीसीडीसीएस की समीक्षा की गई, राष्ट्रीय कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा की गई, राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टिक्षीणता नियंत्रण कार्यक्रम आदि सभी की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि समय से कार्य कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में समीक्षा के दौरान फीडिंग व अन्य कार्यों की प्रगति कम पाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए डीपीएम, डीसीपीएम, बीसीपीएम बीपीएम सहित अर्बन कोऑर्डिनेटर का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में आयुष्मान भारत कार्ड बनाने की धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी पंचायत सहायकों एवं संबंधित कर्मचारियों से कार्य कराते हुए प्रतिदिन कार्य प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि आगामी बैठक से पहले यह बताएं कि किस डॉक्टर को एडवरसेंट्री दी जानी है जिनके द्वारा सुचारू रूप से कार्य नहीं किए जा रहे हैं।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि जिला लेखा प्रबंधक संदीप मल्होत्रा के द्वारा अगले 15 दिनों में कार्यों में सुधार नहीं लाया गया तो इनकी सेवा समाप्त करने हेतु कार्यवाही प्रारंभ कर दी जाय। साथ ही बैठक में यह भी निर्देश दिए हैं कि अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एपी सिंह जिला महिला अस्पताल में भी कार्य करेंगे।
बैठक में डीएम ने सभी संबंधित को निर्देश देते हुए कहा है कि आशाओं का भुगतान समय से करना सुनिश्चित करें। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की मंशानुसार जनसामान्य को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए सभी सीएचसी अधीक्षक सीएचसी पर ही निवास करें तथा संस्थागत प्रसव एवं विभिन्न प्रकार के टीकों को समय से लगवाना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने खराब परफॉरमेंस वाले सीएचसी अधीक्षकों कड़ी नाराजगी जताते हुए निर्देश दिए हैं कि कार्यक्रमों में प्रगति लाएं।
वहीं बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनपद में विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है जिसमें बच्चों को चिन्हित कर उन्हें टीका लगाया जाए। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से मरीजों को भर्ती करायें। ई कवच को पोर्टल को अपडेट करें।
प्रसव केंद्र पर प्रसव की संख्या बढ़ाएं। सब सेंटरों पर एएनएम की उपस्थिति सुनिश्चित की जाये। ताकि सेंटर पर आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जा सके।
इस अवसर पर सी0एम0ओ0 डॉक्टर रश्मि वर्मा, जिला विकास अधिकारी दिनकर विद्यार्थी, परियोजना निदेशक डीआरडीए चंद्रशेखर, जिला कृषि अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी टीजे पांडेय, एक्सईएन जल निगम, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एपी. सिंह, सीएमएस महिला अस्पताल, डीपीएम अमर नाथ, डीसीपीएम डा0 आरपी सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी धर्मेंद्र कुमार गौतम, सहित डब्ल्यू0एच0ओ0 यूनिसेफ के पदाअधिकारी, समस्त सी0एच0सी0 अधीक्षक तथा अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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