परसपुर (गोण्डा)। स्थानीय आम नागरिक से पुलिस को मिली सूचना पर बाजर क्षेत्र में मिली मानसिक विक्षिप्त अज्ञात महिला। जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर न्यायालय की अनुमति से कराया मेडिकल और अंततः पहुंचा दिया मानसिक चिकित्सालय वाराणसी।
यूँ तो पुलिस का नाम सुनते ही आम जनता सिहर उठती है, अनजाने आशंका से दिल् घबड़ा जाता है लेकिन अपने गाली गलौज भरे व्यवहार, वसूली, भ्रस्टाचार, उत्पीड़न आदि के लिए कुख्यात हो चुकी पुलिस का एक मानवीय चेहरा भी है जो कभी कभार ही सामने आता है लेकिन ज़ब भी सामने आता है अत्यंत ही सुखद होता है।
पुलिस का ऐसा ही मानवीय और सुखद चेहरा उस समय सामने आया ज़ब एक मानसिक विछिप्त महिला को अपनी सुरक्षा में ले न्यायालय के माध्यम से वाराणसी के मानसिक चिकित्सालय में भर्ती कराया।
मिल रही जानकारी के अनुसार जिले के थाना परसपुर में तैनात उप निरीक्षक वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव को सूचना मिली की एक मानसिक रूप से बीमार महिला बाजार में घूम रही है, उसके साथ किसी प्रकार की अनहोनी घटना कभी भी घट सकती है। सूचना मिलते ही अपने साथ महिला आरक्षी अंजू रावत व रचना के साथ मौके पर जा पहुंचे जहां वो मानसिक विक्षिप्त महिला आरक्षियों की पुलिस वर्दी देख मारपीट करने के साथ दांत काटने पर आमादा थी , लेकिन रचना ने बुद्धिमानी दिखाते हुए पुलिस वर्दी उतार सादी वर्दी में आकर जैसे तैसे उसे अपने कब्जे में कर सकी दोनों महिला आरक्षियों ने उसे नहलाया धुलाया अपने साथ लाए अपने कपड़े पहनाए।
तत्पश्चात न्यायालय के समक्ष पेश किया और मेडिकल कराने के बाद न्यायालय के आदेश पर उपनिरीक्षक वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव व दोनों महिला आरक्षियों ने उक्त अज्ञात महिला को ले जाकर वाराणसी के मनोचिकित्सालय में भर्ती कराया।