गोंडा। तीन दिनों से चिकित्सा महाविद्यालय बाबू ईश्वर शरण जिला चिकित्सालय एवम सत्तासीन राजनीतिक पार्टी के पदाधिकारियों के बीच भाजपा के द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में अव्यवस्था के कारण उपजे विवाद पर चला आ रहा गतिरोध आज समाप्त हो गया।
सामान्य दिनों की तरह आज जिले भर के स्वास्थ्य कर्मचारी अपने कार्य पर वापस लौट आए। जिले की समस्त सीएचसी, पीएचसी के साथ ही जिला महिला चिकित्सालय, चिकित्सा महाविद्यालय जिला चिकित्सालय में शनिवार के दिन ओपीडी,और वार्डों में डॉक्टर एवम स्वास्थ्य कर्मचारियों ने हाथो मे काले फीते बांध कर कार्य के दौरान अपना विरोध प्रदर्शित किया।
डॉक्टर दीपक सिंह, डॉक्टर अरुण मिश्रा, डॉक्टर मुश्फिरा, डॉक्टर आफताब आलम, डॉक्टर आर एस गुप्ता, डॉक्टर पीएन रॉय, डॉक्टर अखिलेश त्रिपाठी, फर्मासिष्ट डॉक्टर एबी सिंह, फर्मासिष्ट डॉक्टर बीडी सोनी, डॉक्टर मनोज श्रीवास्तव, मेटर्न दिनेश मिश्र, स्टाफ नर्स, ब्लड बैंक एल टी कर्मचारियों सहित समस्त स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपने हाथो में काले फीते बांध कार्य करते नजर आए।
प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर वीके गुप्ता एवम चिकित्सा महाविद्यालय के नोडल अधिकारी डॉक्टर कुलदीप पांडे ने बताया कि पीएमएस संघ के द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार लोगो ने अपनी बाहों वा हाथो में काले रिबन बांध कर अपने साथ हो रहे अन्याय के विरोध में सांकेतिक प्रदर्शन प्रदर्शित किया जा रहा है। धरना स्थगित है खत्म नहीं। जब तक हमे न्याय नही मिलता स्वास्थ्य कर्मचारी काले रिबन बांध कर कार्य करते रहेंगे। शासन को इसके लिए एक सप्ताह का समय पीएमएस संघ के द्वारा दिया गया है। कोई ठोस कार्यवाही यदि नही हुई तो डॉक्टर्स पुनः आंदोलन को बाध्य होंगे जिसका विकल्प खुला रखा गया है।