पत्रकार वार्ता में सवाल के जवाब पर बोले हेमंत विश्वशर्मा
गोहाटी (आसाम)। अपनी बेबाकी और प्रखर हिंदुत्ववादी छवि के लिए जनता के चहेते बने असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वशर्मा ने शनिवार को ऐसा बयान दिया जिसने जहाँ उनकी बेबाकी, स्पष्टवादिता पर जहाँ एक बार फिर मुहर लगाई वहीं मुसलमानो का विश्वास और वोट हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही मोदी सरकार को वास्तविकता का आइना भी दिखा दिया। हेमंत ने कहा की हमें पता है मुसलमान हमें वोट नहीं देता तो मांग कर क्यों अपने आप का अपमान करें।
हेमंत ने एक सवाल के जवाब में बड़ी ही मुखरता से जवाब देते हुए कहा की मुसलमानों को ये भी पता है की कांग्रेस उन्हें डरा कर उनका वोट लेती हैं। उन्होंने उपस्थित पत्रकारों से भी सवाल किया की यदि आपके पास कोई मेडिसिन हो जिससे मुस्लिमों का वोट लिया जा सकें तो बताइये। उन्होंने कहा की ज़ब हमें पता है की वो हमें वोट नहीं देते तो उनसे मांगने क्यों जाऊं आखिर हमारी भी कोई रेस्पेक्ट है, मांगने के बाद भी वोट न मिले तो अपमान होता है और मैं जानते बूझते हुए अपना अपमान नहीं करा सकता।
हेमंता के इस बयान के गहरे अर्थ निकले जा रहे हैं जिसमें सबसे बड़ा सन्देश केंद्र की भाजपा सरकार और ख़ासकर प्रधानमंत्री मोदी के लिए निकल रहा है जो मुस्लिमों का वोट पाने और उनमे अपनी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए नित नये नये प्रयोग कर रहे हैं लेकिन हाल ही में आये कई ओपिनियन पोल इस बात को स्पष्टा से सामने रख रहे हैं की मोदी और भाजपा को मिलने वाले मुस्लिम वोटो में कोई वृद्धि नहीं हो रही हैं। एक तरह से हेमंता ने मोदी सरकार को आइना दिखाते हुए कहा हैं की ज़ब हमें पता है की मुस्लिम हमें वोट ही देते तो हम क्यों उनसे बार बार मांग कर स्वयं अपना अपमान कर रहे हैं।
यहाँ यह भी बताना जरुरी हैं की हेमंता ने ये बात भी स्पष्ट रूप से कहीं की वो भले हमें वोट न दे लेकिन हम विकास की किसी भी योजना में किसी भी तरह का पक्षपात नहीं करते, हमारी योजनाए सभी के लिए हैं बिना किसी भी भेदभाव के सभी को लाभान्वित किया जाता हैं।
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