एस पी, डी एम ने दोनों पक्षों से की मुलाक़ात, मामले को शांत करने का किया प्रयास
जालौन। सत्ता का नशा ज़ब किसी पर चढ़ जाता है तो उसे अपने अतिरिक्त न तो कोई अन्य दिखाई देता है और न ही अपनी बातों के अतिरिक्त किसी और की बात ही सुनाई देती है, कुछ इसी तरह का घटनाक्रम शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी दिखाई दिया जहाँ एक थानाध्यक्ष की शिकायत लेकर पहुंचे भाजपा नेता कार्यालय में मौजूद पुलिसकार्मियों से उलझ गए और नौबत मारपीट तक आ गई जिसमे दोनों पक्षों से कई लोग घायल हो गए, मामले को शांत करने के लिए एस पी और डी एम ने दोनों पक्षों से मुलाक़ात की।
बताया जा रहा है अवैध खनन को लेकर थानाध्यक्ष चुरखी कमलेश प्रजापति और भाजपा नेता रिशाल सिंह और राममोहन चतुर्वेदी के बीच कुछ कहासुनी हो गई जिसे लेकर नेताओं ने एस ओ पर दबाव बनाने कु कोशिश की लेकिन थानाध्यक्ष पर दबाव न बनता देख नेता गण एस ओ की शिकायत लेकर शनिवार को एस पी कार्यालय पहुँच गए।
सत्ता के नशे में एस पी कार्यालय में भी इन नेताओं ने पुलिसकर्मियों से अभद्रता जारी रखी जिसका विरोध होने पर नौबत मारपीट पर आ गई जिसमे दोनों नेताओं सहित इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह सहित सिपाही राजेन्द्र तिवारी, महिला सिपाही अम्बिका सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना की जानकारी बड़े नेताओं को हुई तो विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष सहित तमाम नेता पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुँच गए और हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच कार्यालय पहुंचे एस पी ने मामले को शांत कराने का प्रयास किया लेकिन नेताओं ने हंगामा जारी रखा और पुलिसकार्मियों की शिकायत करने के लिए जिलाधिकारी से मिलने चले गए।
जिलाधिकारी से मिलकर नेताओं ने अपनी बात रखी और फिर अपना मेडिकल कराने अस्पताल पहुंचे जहाँ घायल पुलिस कर्मियों को भी चिकित्सा के लिए लाया गया था। थोड़ी देर बाद एस पी और डी एम अस्पताल पहुंचे जहाँ उन्होंने दोनों पक्षों से मुलाक़ात कर उनका कुशल क्षेम जाना और विवाद को शांत कराने का प्रयास किया।