राष्ट्रपति तक पहुंची शिकायत, जा सकती है सदस्यता
नई दिल्ली। सैकड़ो यहूदियों की हत्या और उन्हें बंधक बनाने वाले आतंकी संगठन हमास के समर्थक फलिस्तिनी और उनके समर्थक एक भारतीय सांसद ने मंगलवार को संसद में शपथग्रहण के बीच कुछ ऐसी आपत्तिजनक और अशोभनीय हरकत की जिससे न केवल सम्पूर्ण देश हतप्रभ रह गया बल्कि उस सांसद की आतंकी संगठन हमास के प्रति निष्ठा भी सार्वजनिक हो गई, हालांकि उस सांसद की शिकायत राष्ट्रपति तक पहुँच गई है उम्मीद है जल्द ही कड़ी कार्यवाई होगी जिसमे उसकी सदस्यता भी जा सकती है।
जी हाँ हम बात कर रहे हैं भारत की एकमात्र घोर सांप्रदायिक राजनैतिक पार्टी ए आई एम आई एम के स्वयंभु मुखिया और पार्टी के एकमात्र लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवेसी की। हालांकि ओवेसी अपने साम्प्रदायिक और भड़काऊ बयानों के लिए देश भर में पहले से ही कुख्यात हैं लेकिन मंगलवार को संसद में उन्होंने जो किया उसकी किसी ने भी आशा नहीं की थी।
18वीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सांसदों को प्रोटेम स्पीकर द्वारा शपथ दिलाई जा रहीं थी. इसी क्रम में ओवेसी भी शपथ लेने पहुंचे, भारत में और उसकी संविधान में आस्था व्यक्त करते करते ओवेसी अपने दिल की इच्छा भी व्यक्त कर गए और जाते जाते फलिस्तीन की जय का नारा लगाकर हमास के प्रति अपनी निष्ठा भी व्यक्त कर गए।
संसद में ओवेसी के इस कुकृत्य से जहाँ सम्पूर्ण संसद आवाक रह गई वहीं टी वी के सामने बैठी भारत की करोङो जनता भी हतप्रभ रह गई की ओवेसी ने ये क्या कर डाला।
फिलहाल ओवेसी के इस कृत्य से आहत सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन और विनीत जिंदल ने राष्ट्रपति से ओवेसी की शिकायत करते हुए इनकी सदस्य्ता समाप्त करने की गुहार लगाई है। अधिवक्ता ने अपने शिकायत में कहा है की अनुच्छेद 103 के तहत की गई शिकायत में विदेशी राष्ट्र फलिस्तीन के प्रति निष्ठा दिखाने के लिए अनुच्छेद 102(4) के तहत ओवेसी को अयोग्य ठहराया जाना चाहिए। अधिवक्ता ने अपनी शिकायत से आम जनता की भी अवगत कराते हुए सोशल मीडिया पर उसे पोस्ट भी की है।